राजगढ़। मध्य भारत (Central India) में इस समय सर्दी (Cold) का सितम जारी है। शीतलहर (cold wave) के साथ ठंड ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। कई जगह तो ठंड किसानों और जानवरों के लिए काल बन गई है। ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के राजगढ़ में देखने को मिला जहां एक लंगूर की मौत पर गांव वालों ने सामूहिक भोज दिया।
बता दे कि मध्यप्रदेश में पिछले चार दिनों से अधिकतर इलाकों में बेमौसम बारिश के साथ ओले गिरने का सितम जारी है। जिससे ठंड का कहर बढ़ गया है। इस ठंड से वेजुबान जानवर भी जान गंवा रहे हैं। राजगढ़ जिले के डालूपुरा गांव का है, जहां पर ठंड से मरे एक लंगूर का विधि विधान से अंतिम संस्कार किया और मृत्यु भोज भी दिया। यह मृत्युभोज शुक्रवार को दिया गया और इसमें करीब 1500 लोग शामिल हुए। लंगूर की 29-30 दिसंबर की रात को ठंड लगने के कारण गांव में मौत हो गई थी. इसके बाद ग्रामीणों ने 30 दिसंबर को विधि-विधान से लंगूर का अंतिम संस्कार किया था।
इस संबंध में डालूपुरा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच अर्जुन सिंह चौहान का कहना है कि उनके गांव के सभी निवासी बंदरों को भगवान हनुमान का स्वरूप मानते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारे गांव में यह रिवाज है कि यदि गांव में किसी बंदर/लंगूर की मृत्यु हो जाती है तो हम सब गांव के लोग मिलकर उसका अंतिम संस्कार उसी प्रकार करते हैं जिस प्रकार एक मनुष्य की मृत्यु होने के बाद किया जाता है।