- महाकाल के बाहर लगी कई दुकानों पर सुरक्षा की हो रही अनदेखी
- एएसपी बोले मामला गंभीर-जाँच कराई जाएगी
उज्जैन। बढ़ते कोरोना खतरे के बीच अभी भी रोजाना हजारों श्रद्धालु महाकाल दर्शन करने आ रहे हैं। इनमें से ज्यादातर श्रद्धालुओं का सामान महाकाल मंदिर के आसपास लगी फूल प्रसाद की दुकानों पर दुकानदार रख रहे हैं। यह लापरवाही सुरक्षा की दृष्टि से भारी पड़ सकती है। इस बारे में एएसपी का कहना है कि यह गंभीर मामला है और इसकी जाँच कराई जाएगी। उल्लेखनीय है कि महाकालेश्वर मंदिर में विस्तारीकरण कार्य के चलते चारों और खुदाई और निर्माण कार्य चल रहे हैं। इसके पहले महाकालेश्वर मंदिर के नए प्रशासनिक कार्यालय के समीप महाकाल दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के मोबाईल से लेकर सामान रखने के लिए लॉकर सुविधा थी, परंतु निर्माण के लिए हुई तोडफ़ोड़ के बाद यह व्यवस्था फिलहाल नहीं रही है। यहीं कारण है कि महाकाल दर्शन करने आ रहे सैकड़ों श्रद्धालुओं को अपना सामान रखने में परेशानी आ रही है। इसी बात का फायदा महाकाल मंदिर के आसपास लगी फूल प्रसादी एवं अन्य धार्मिक सामग्री की दुकान चलाने वाले अथवा ठेले वाले उठा रहे हैं।
वे श्रद्धालुओं को फूल या प्रसाद यह कहकर बेचते हैं कि अगर वे उनके यहां से सामान खरीदेंगे तो उनका सामान यहां दर्शन कर लौटने तक सुरक्षित रखा जाएगा। इधर महाकाल मंदिर में सुरक्षा और आतंकी हमलों को लेकर समय समय पर आईबी का अलर्ट जारी होता रहता है। देश में जब कभी किसी राज्य में छोटी या बड़ी आतंकी घटना होती है तो महाकाल मंदिर की सुरक्षा को लेकर भी इंटेलीजेंट ब्यूरो स्थानीय पुलिस प्रशासन को अलर्ट जारी कर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की सलाह देता है। ऐसे में अगर आसपास के दुकानदार बगैर जाँच के बाहर से आए अंजान श्रद्धालु का सामान रखता है तो यह कभी भी खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि इस तरह की दुकानें महाकाल मंदिर के आसपास व्यस्तम एवं भीड़ भाड़ वाले इलाकों में लग रही हैं। इस तरह की लापरवाही कभी भी भारी पड़ सकती है। इस बारे में आज सुबह जब एएसपी अमरेन्द्रसिंह से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि महाकाल के आसपास के दुकानदार अगर अंजान व्यक्ति के सामान अपनी सामग्री बेचने के लालच में रख रहे हैं तो यह गंभीर मामला है और क्षेत्र में इसके लिए सघन जाँच अभियान चलाया जाएगा।