नई दिल्ली: पंजाब में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के बीच ऑक्सीजन सपोर्ट पर रहने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सिर्फ 62 से 226 मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था. यह महज 24 घंटे में 264 फीसदी की बढ़ोतरी थी. 1 जनवरी को केवल 23 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे. राज्य ने शुक्रवार को 2,901 के मुकाबले 3,643 कोविड मामले दर्ज किए गए.
1 जनवरी को रिपोर्ट किए गए कोविड मामलों की संख्या सिर्फ 332 थी. लेवल 3 सपोर्ट वाले मरीजों की संख्या शुक्रवार को 20 से बढ़कर शनिवार को 55 हो गई, जो 175% की वृद्धि है. इसी दौरान वेंटिलेटर पर मरीजों की संख्या 6 से 11 हो गई. 1 जनवरी को कोई भी मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर नहीं था और केवल आठ मरीज लेवल 3 सपोर्ट पर थे. राज्य की सकारात्मकता दर शुक्रवार को 11.75% के मुकाबले शनिवार को 14.64% पर पहुंच गई। 1 जनवरी को पॉजिटिविटी रेट 2.02% थी. सबसे अधिक मामले पटियाला (840) से सामने आए, जिसके बाद मोहाली (563), लुधियाना (561), अमृतसर (346) हैं.
30 दिसंबर के बाद बढ़े मामले
पंजाब में 30 दिसंबर के बाद से कोरोना मामलों में इजाफा शुरू हुआ. इससे पहले यहां रोजाना 100 से कम मामले सामने आ रहे थे. 30 दिसंबर को यहां 166 मामले दर्ज हुए। इसके बाद से लगातार मामलों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। 4 जनवरी को यहां 1004 मामले दर्ज हुए. 7 जनवरी तक बढ़कर ये 2874 हो गए. फिलहाल प्रदेश में 6.17 लाख कुल केस हैं. अब तक 16,665 लोगों ने कोरोना संक्रमण के चलते जान गंवाई है. अभी राज्य में 12,614 लोग अपना इलाज करा रहे हैं.
चुनावी राज्यों में से पंजाब और उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीन लगाए जाने की रफ्तार भी चिंता की बात है. पंजाब में अब तक 40% और उत्तर प्रदेश में 52% लोगों को ही वैक्सीन की दोनों डोज लग सकी हैदेश में लगातार बढ़ते कोविड संक्रमण (Covid Infection) और उससे उपजे हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 4.30 बजे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे.
बैठक में स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय के अधिकारी शामिल हो सकते हैं. प्रधानमंत्री ने ये बैठक तब बुलाई है, जब देश में कोरोना वायरस संक्रमण के रोजाना एक लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. आज ही देश में 1.6 लाख से ज्यादा कोविड के नए मामले सामने आए हैं.
देश में सात दिन पहले कोविड के 27,553 नए मामले दर्ज हुए थे जो बढ़कर अब 1.6 लाख हो चुके हैं. इससे पहले 24 दिसंबर को प्रधानमंत्री ने कोरोना पर समीक्षा बैठक की थी और तब उन्होंने तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच ‘सतर्क’ और ‘सावधान’ (सतर्क) रहने की आवश्यकता पर बल दिया था.
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