नई दिल्ली। कोरोना का कहर (Corona havoc) जारी रहने और देश के अधिकांश हिस्सों में लॉकडाउन जैसी स्थिति होने के बावजूद साल 2021 में सोने के आयात (gold imports) ने पुराने सभी रिकॉर्ड (Broke all the old records) तोड़ डाले। मात्रा और मूल्य के मामले में साल 2021 में देश में सोने का सबसे अधिक आयात किया गया। मूल्य के लिहाज से सोने के आयात में भारत ने 10 साल पुराना अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक सोने के आयात की मात्रा 2021 में 2020 की तुलना में दोगुनी से भी ज्यादा हो गई। साल 2020 में देश में करीब 2,300 करोड़ डॉलर की कीमत के सोने का आयात किया गया था। जबकि 2021 में भारत में 5,570 करोड़ डॉलर कीमत का सोना आयात किया गया। इस रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना की वजह से भारत में लगे लॉकडाउन के कारण 2020 के दौरान देश में सोने के आयात में कुछ कमी जरूर आई थी, लेकिन 2021 में हुए सोने के जोरदार आयात ने न केवल 2020 की कमी की भरपाई कर दी, बल्कि आयात का एक नया रिकॉर्ड भी कायम कर दिया।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट में बताया गया है कि 2021 में भी खास तौर पर अक्टूबर और नवंबर के दौरान भारत में सोने की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ। इस दौरान त्योहारी सीजन और शादी ब्याह के कारण सोने की मांग में काफी बढ़ोतरी देखी गई। इसके साथ ही 2020 की तुलना में 2021 के दौरान सोने की कीमत में आई कमी के कारण भी सोने की खरीद के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा, जिसकी वजह से 2021 के दौरान सोने के आयात में जबरदस्त इजाफा हुआ।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की इस रिपोर्ट में 2022 को लेकर जो अनुमान जारी किया गया है, उसमें साफ है कि अगर कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बढ़ा, खासकर कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का तेजी से प्रसार हुआ, तो सोने के कारोबार पर इसका दोहरा असर देखने को मिल सकता है। अव्वल तो निवेश का सबसे सुरक्षित माध्यम समझे जाने की वजह से वैश्विर स्तर पर सोने की कीमत में तेजी के साथ इजाफा हो सकता है। इसके साथ ही कीमत बढ़ने और पाबंदियों की वजह से सोने की मांग में तेजी से गिरावट भी आ सकती है। हालांकि रिपोर्ट में ये भी साफ किया गया है कि एक बार कोरोना वायरस का खतरा कम होने पर हालात जल्द ही सामान्य भी हो सकते हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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