ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में राहु ग्रह को छाया ग्रह माना जाता है। यही कारण है कि राहु सदैव उल्टी चाल चलता है। यानी ये अपने आगे वाली नहीं, बल्कि पिछली राशि में गोचर करता है। ज्योतिष (Astrology) अनुसार इस ग्रह का राशि परिवर्तन (change of planet) सभी लोगों पर प्रभाव डालता है, हालांकि मान्यता तो यह है कि राहु जातक को अर्श से फर्श और फर्श से अर्श तक ले जा सकता है, लेकिन इस बार राशि का 18 महीने बाद राहु का मेष राशि में गोचर होने जा रहा है। राहु को विदेश यात्रा और राजनीति का कारक माना जाता है। कुंडली में राहु की स्थिति शुभ होने पर जातक को शुभ परिणाम मिलते हैं।
ज्योतिष में तो यह भी कहा जाता है कि राहु यदि सूर्य या चंद्रमा के साथ बैठ जाएं तो ग्रहण योग बनाते हैं, जो कि जातक की जिंदगी के लिए बहुत ही अशुभ साबित होता है। ज्योतिष के मुताबिक शनि के बाद यह सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है और डेढ़ साल में राशि बदलता है।
कर्क- कर्क राशि वालों को राहु शभ परिणाम देंगे। कर्क राशि पर चंद्रमा का आधिपत्य है। इसलिए धन लाभ के आसार बनेंगे। कार्यक्षेत्र में नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। नौकरीपेशा जातकों के लिए समय काफी उत्तम साबित होगा। इस दौरान नौकरी के एक साथ कई ऑफर आ सकते हैं। सैलरी बढ़ने के जबरदस्त आसार दिखाई दे रहे हैं।
वृश्चिक- राहु गोचर आपके लिए शुभ साबित होगा। राहु गोचर के दौरान आप धन संचय करने में सफल रहेंगे। इस दौरान कोई नया व्यापार शुरू कर सकते हैं। इंजीनियर, सेना, डॉक्टरी क्षेत्र से जुड़े लोगों को नौकरी में पदोन्नति मिल सकती है। शेयर बाजार या सट्टा मार्केट में लाभ हो सकता है।
कुंभ- कुंभ राशि वालों की राहु गोचर के दौरान आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। आमदनी में बढ़ोतरी की संभावना है। जो लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें मनचाहे परिणाम मिल सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। यह समय अनुकूल है।
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