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    OBC नेताओं का राजधानी में जमावड़ा रोकने में सफल रहा Police Commissioner System

  • January 02, 2022

    • शहर में जगह-जगह बेरिकेंट्स, सीएम हाउस जाने वाले सभी रास्ते सील
    • दूसरे शहरों को जाने वाले प्रमुख मार्गों पर सख्ती चेकिंग
    • पुलिस पर दो दर्जन से ज्यादा नेताओं को हिरासत में लेने का आरोप

    भोपाल। पंचायतों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी)आरक्षण खत्म करने के विरोध में ओबीसी महासभा एवं सहयोगी संगठनों ने आज राजधानी में मुख्यमंत्री निवास घेराव का ऐलान किया था। इसके लिए ओबीसी नेताओं का शनिवार शाम से ही अलग-अलग रास्तों से भोपाल आने का सिलसिला शुरू हो गया था। राज्य सरकार द्वारा हाल ही में भोपाल में लागू की गई पुलिस कमिश्नर सिस्टम की सख्ती ऐसी है कि रविवार दोपहर तक ओबीसी नेता राजधानी में किसी भी स्थान पर एकजुट नहीं हो पाए हैं। हालांकि खबर लिखे जाने तक अगल-अलग रास्तों से ओबीसी के लोग भोपाल में एंट्री कर चुके थे। राजधानी के प्रमुख मार्गोँ, चौराहों पर बेरिकेट्ंिग की है। मुख्यमंत्री निवास, राजभवन, मंत्रालय, विधानसभा के रास्तों पर सख्त पहरा बैठा दिया है। ओबीसी महासभ ने भोपाल पुलिस पर नेताओं को हिरासत में लेने के आरोप लगाए हैं। इसको लेकर ओबीसी नेताओं ने वीडियो भी वायरल किए गए हैं। भोपाल पुलिस नियंत्रण कक्ष से ओबीसी नेताओं को भोपाल में होने वाले प्रदर्शन में शामिल नहीं होने की सूचना दी गई। इसके ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहैं। मुख्यमंत्री निवास के घेराव में ओबीसी महासभा के अलावा, जयस और भीम आर्मी ने भी शामिल होने का ऐलान किया है।


    जयस के नेता महेन्द्र कन्नौज को देवास के पास पुलिस ने हिरासत में लिया है। जबकि दिल्ली से प्लेन से भोपाल पहुंचे भीम आर्मी के चंद्रशेखर रावण को एयरपोर्ट के पास हिरासत में लिया गया है। एससी-एसटी-ओबीसी एकता संघ के अध्यक्ष लोकेन्द्र गुर्जर ने रात को वीडियो जारी कर पुलिस पर हिरासत में लेने के आरेाप लगाए। ओबीसी महासभा के डॉ आनंद राय ने बताया कि पुलिस ने ओबीसी महासभा, जयस और भीम आर्मी के करीब 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। राय ने बताया कि भोपाल पुलिस ने उन्हें अंादोलन की अनुमति नहीं होने पर इसमें शामिल नहीं होने को कहा। जिस पर उन्होंने कहा कि संविधान में आंदोलन के लिए अनुमति की जरूरत नहीं होती है।

    कांग्रेस-भाजपा को क्यों नहीं रोकते
    ओबीसी महासभा ने आरोप लगाया कि पुलिस एससी,एसटी और ओबीसी को दबाना चाहती है। कांग्रेस और भाजपा के आंदोलनों को पुलिस रोकती नहीं है, बल्कि प्रोटेक्ट करती है। कांग्रेस नेताओं के बेटों के आंदोलनों को सुरक्षा देती है।

    ये संगठन भी कूदे
    ओबीसी आरक्षण की मांग में ओबीसी महासभा के साथ जयस, भीम आर्मी, गोंडवाना गंणतंत्र पार्टी के दोनों बट्टी और मरकाम गुट भी शामिल हो रहे हैं। जयस विधायक डॉ हिरालाल अलावा भी शामिल हो रहे हैं।

     

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