भिलाई। भिलाई (Bhilai) में एक निजी गर्ल्स हॉस्टल (private girls hostel) में रहने वाली कॉलेज छात्राओं (college girls) के उस वक्त होश उड़ गए। जब उन्हें पता चला कि उनके होस्टल (Hostel) में खुफिया सीसीटीवी (intelligence cctv) कैमरे लगे हैं और उनके संचालक द्वारा ही खुफिया सीसीटीवी (intelligence cctv) कैमरे लगाया गया है। दरअसल भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मचारी (Staff) व एक निजी गर्ल्स हॉस्टल (Girls Hostel) का संचालक फगन लाल पवार पर गर्ल्स हॉस्टल (Girls Hostel) में रहने वाली छात्राओं (girl students) ने खुफिया कैमरे (cameras) लगाकर उनके निजी वीडियो (private video) और तस्वीरें (photos) लेने का आरोप लगाया है। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा बनाए टाउनशिप के सेक्टर-5 में फगनलाल रहता है और आशीष नगर में उसने एक मकान बनवा रखा है। आरोपी आशीष नगर के मकान में गर्ल्स हॉस्टल (Girls Hostel) संचालित कर रहा था। हॉस्टल (hostel) में कॉलेज (College) में पढ़ने वाली 5 छात्राएं बतौर पेइंग गेस्ट रहती हैं। बीएसपी कर्मी (bsp personnel) ने हॉस्टल के कमरों में खुफिया कैमरे लगा रखे थे। हॉस्टल की युवतियों ने सफाई के दौरान दीवार के एक कोने में कुछ लगा हुआ दिखाई दिया। युवतियों ने दीवार की जांच की तो एक कोने में खुफिया कैमरे निकले. दीवारों में खुफिया कैमरों को देख छात्राओं के होश उड़ गए। इसके बाद छात्राओं ने हॉस्टल संचालक के पास पहुंचकर संचालक से डीवीआर भी मांगा लेकिन उसने नहीं दिया। हॉस्टल संचालक फगनलाल ने इस मामले को रफा-दफा करने का बहुत प्रयास किया लेकिन छात्राएं नहीं मानी। छात्राओं ने इसकी शिकायत नेवई थाने में दर्ज कराई है पुलिस आरोपी को ढूंढ रही है।
आरोपी अपने मोबाइल (mobile) से कभी भी हॉस्टल में रह रही छात्राओं की गतिविधियों को देखता था. खुफिया कैमरों की मदद से वह छात्राओं को लगातार नजर रखता था। जैसे ही छात्राओं के इसकी जानकारी मिली छात्राओं ने हॉस्टल संचालक से सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर की मांग की लेकिन संचालक ने डीवीआर देने से मना कर दिया। जिसके बाद छात्राओं ने थाने पहुंचकर हॉस्टल संचालक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने हॉस्टल संचालक के खिलाफ धारा 354, 66-ई के तहत अपराध पंजीबद्ध कर डीवीआर की जांच कर रही है। शिकायत के बाद में पुलिस ने हॉस्टल की जांच कर खुफिया कैमरे व हॉस्टल संचालक के पास से DVR जब्त किया है. जिसमें 11 दिनों के वीडियो डाटा उपलब्ध है। हॉस्टल तीन सालों से संचालित है तो कैमरे कब से लगाए गए। DVR में उसके पहले का स्टोरेज कहां है उसको लेकर भी आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved