नई दिल्ली। भारत में सोमवार को ओमिक्रॉन से संक्रमण (Omicron Infection) के 150 से ज्यादा नये मामले सामने आए, जिसके बाद देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के इस नये स्वरूप से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 600 के पास पहुंच गयी है। सोमवार को गोवा और मणिपुर में भी ओमिक्रॉन संक्रमण के पहले मामले आए. मामले बढ़ने के साथ ही केंद्र सरकार (central government) ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को ताजा परामर्श जारी कर सतर्कता कम नहीं करने को कहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह अद्यतन किये गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में ओमिक्रॉन स्वरूप के एक दिन में सर्वाधिक 156 मामले सामने आए हैं और इसी के साथ देश में कोरोना वायरस के इस नए स्वरूप से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 578 हो गई है. हालांकि, इन 578 लोगों में से 151 ठीक हो गए हैं या विदेश चले गए हैं।
ओमिक्रॉन के संक्रमण के ये मामले 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में सामने आए हैं। दिल्ली में सर्वाधिक 142, इसके बाद महाराष्ट्र में 141, केरल में 57, गुजरात में 49, राजस्थान में 43 और तेलंगाना में 41 मामले सामने आए हैं. मंत्रालय के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में 6,531 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 3,47,93,333 हो गई है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 75,841 हो गई है. इस दौरान 315 और मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 4,79,997 हो गई है. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने परामर्श में कहा कि राज्य तथा केन्द्र शासित प्रदेश त्योहारी सीजन के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जरूरत के हिसाब से स्थानीय स्तर पर पाबंदियां लगाने पर विचार करें।
राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों से ढिलाई नहीं बरतने की अपील करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पांच चरणीय रणनीति पर निरंतर ध्यान दिया जाना चाहिए. पांच चरणीय रणनीति है – जांच, संक्रमितों के सम्पर्क में आए लोगों की पहचान, उपचार, टीकाकरण और संक्रमण के मामलों को बढ़ने से रोकने के लिए कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों का पालन. कई राज्यों ने रात्रि कर्फ्यू लगाने के साथ लोगों की भीड़ जुटने पर पाबंदियां लगाई हैं. मणिपुर में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमण का पहला मामला सामने आया है. स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने बताया कि सोमवार को तंजानिया से लौटे 48 वर्षीय व्यक्ति में वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप की पुष्टि हुई है। विभाग ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति इंफाल वेस्ट जिले का निवासी है और वह हाल में तंजानिया से दिल्ली होते हुए वापस आया. निदेशालय ने कहा कि मरीज को यहां जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा आयुर्विज्ञान संस्थान में पृथक-वास में रखा गया है और उसमें कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं।
निदेशालय ने कहा कि ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज के तीन अन्य परिजनों की जांच में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है लेकिन उनके जीनोम अनुक्रमण के नतीजे आने बाकी हैं. ब्रिटेन से गोवा आए आठ साल के एक बच्चे के कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. राज्य में वायरस के नए स्वरूप से संक्रमण का यह पहला मामला है. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के एक आदेश के मुताबिक राजधानी में रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक प्रतिबंध जारी रहेगा. महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 26 नये मामले सामने आये हैं, जिसमें 11 मामले मुंबई में आये. इस तरह राज्य में वायरस के नये स्वरूप के कुल मामले 167 हो गये. हरियाणा में सोमवार को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन से दो और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इसी के साथ राज्य में ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 12 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दैनिक बुलेटिन में दी. ओमिक्रॉन के मामलों में वृद्धि को देखते हुए हरियाणा सरकार ने शनिवार से ही रात का कर्फ्यू लगा दिया है और बड़ी संख्या में एक जगह लोगों के जमा होने पर पाबंदी लगाई है. सरकार ने एक जनवरी से अर्हता प्राप्त लेकिन टीका नहीं लगवाने वाले लोगों के शॉपिंग मॉल, सिनेमाघर, रेस्तरां, अनाज मंडी और अन्य भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने पर रोक लगाने की घोषणा की है। कोविड-19 के अति संक्रामक ओमिक्रॉन स्वरूप के खतरे के मद्देनजर उत्तराखंड में सोमवार से रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया. राज्य में तीन और लोग ओमिक्रॉन संक्रमित पाये गये।
गुजरात में ओमिक्रॉन स्वरूप के 24 नये मामले सामने आये और वहां इस नये स्वरूप के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 73 हो गयी. मध्य प्रदेश के इंदौर में स्वास्थ्य विभाग ने नौ ओमिक्रॉन संक्रमितों के संपर्क में आए कुल 164 लोगों के नमूने लेकर कोविड-19 की जांच के लिए भेजे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. बी एस सैत्या ने यह जानकारी दी. इस बीच, तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को केंद्र से अनुरोध किया कि वह ओमिक्रॉन के पुष्ट मामलों की घोषणा करने के लिए राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) से रिपोर्ट की प्रतीक्षा करने के बजाय विशेष मामले के तौर पर राज्य सरकार को अनुमति दे. राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री एम. सुब्रमण्यम ने आवश्यक अनुमोदन की मांग को दोहराते हुए दावा किया कि जब तक एनआईवी नमूनों की पुष्टि करता है, तब तक राज्य में जांच में संक्रमण की पुष्टि करने वालों को इलाज के बाद छुट्टी मिल जाती है।
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