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    सिंधिया ने लक्ष्मीबाई की समाधि पहुंचकर विरोधियों को दिया झटका

  • December 27, 2021

    • पहली बार सिंधिया घराने का कोई सदस्य पहुंचा

    भोपाल। प्रदेश की सियासत में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को लेकर सिंधिया परिवार हमेशा से ही विरोधियों के निशाने पर रहता है। लक्ष्मी बाई की ग्वालियर स्थित समाधि पर हर साल आयोजन होता है, लेकिन सिंधिया परिवार का कोई भी सदस्य आज तक नहीं पहुंचा। ग्वालियर रियासत के मौजूदा महाराज एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को लक्ष्मीबाई की समाधि पर पहुंचकर सबको चौंका दिया है। बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के सिंधिया ने समाधि पर पहुंचकर लक्ष्मीबाई को नमन किया। सिंधिया ने एक झटके में विरोधियों का मुंह बंद कर दिया है, जो अभी तक लक्ष्मीबाई को लेकर सिंधिया परिवार को कठघरे में खड़ा करते आए हैं।



    दरअसल, सिंधिया रविवार को ग्वालियर में एलीवेटेड रोड के निरीक्षण कर रहे थे। इसके बाद मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर के साथ अचानक लक्ष्मीबाई की समाधि पर पहुंच गए। उल्लेखनीय है कि जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा की सदस्यता ली है तो एक ही सवाल था कि ज्योतिरादित्य क्या झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर जाएंगे। सभी को लगा था कि सिंधिया कभी ऐसा नहीं करेंगे, लेकिन रविवार को उन्होंने आलोचकों की बोलती बंद कर दी है। एलीवेटेड रोड का निरीक्षण करने के बाद वह मीडिया को अलग थलग छोड़कर वीरांगना की समाधि पर पहुंच गए।

    भाजपाई लगाते रहे हैं गद्दारी के आरोप
    1857 की क्रांति और झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई की बात होती है तो सिंधिया परिवार की भूमिका एक विरोधी के रूप में आती थी। उन पर हमेशा से गद्दारी करने का आरोप होता था। चुनावों में भी हिंदू वादी संगठन उनके लक्ष्मीबाई के साथ गद्दारी के मुद्दे को हवा देते थे। जबसे वह भाजपा में शामिल हुए हैं तो यही कयास रहते थे कि वह लक्ष्मीबाई की समाधि पर आएंगे क्या। लगातार भाजपा के हिंदूवादी कुछ नेता उन पर सवाल खड़े कर रहे थे।

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