कन्नूर (केरल)। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) (Kerala Pradesh Congress Committee (KPCC)) के अध्यक्ष के सुधाकरन (President K Sudhakaran) ने रविवार को कहा कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) समेत पार्टी में किसी अन्य के पास भी इसके निर्देशों को नकारने का अधिकार नहीं है। साथ ही सुधाकरन ने थरूर को चेताया कि अगर वह कांग्रेस के फैसलों के दायरे में नहीं रहते, तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाएगा।
कन्नूर में प्रेसवार्ता के दौरान सुधाकरन ने कहा, ”शशि थरूर पार्टी में केवल एक व्यक्ति हैं. एक शशि थरूर, कांग्रेस नहीं है. अगर वह पार्टी के फैसलों के दायरे में रहते हैं तो वह पार्टी का हिस्सा रहेंगे और अगर वह इसे नकारते हैं तो उन्हें बाहर निकाल दिया जाएगा।”
केरल के पार्टी नेताओं के निशाने पर हैं शशि थरूर
केरल में ‘सेमी-हाई स्पीड रेल कॉरिडोर’ के खिलाफ पार्टी सांसदों द्वारा केंद्र को लिखे जाने वाले पत्र पर हस्ताक्षर करने से इंकार करने और हाल में मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन की खुलेआम तारीफ करने के बाद से शशि थरूर प्रदेश इकाई के नेताओं के रोष का सामना कर रहे हैं।
अपनी पार्टी के सहयोगियों की आलोचना का जवाब देते हुए थरूर ने ट्वीट किया था कि कुछ मुद्दों पर राजनीतिक मतभेदों को अलग रखना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा था कि वह सिल्वर लाइन परियोजना पर अध्ययन करने के बाद अपनी राय प्रकट करेंगे।
‘किसी को भी पार्टी के फैसलों को नकारने का अधिकार नहीं है’
सुधाकरन ने कहा कि सभी को अपने विचार बनाने का अधिकार है, ”लेकिन चाहे वह शशि थरूर हों या के सुधाकरन, किसी को भी पार्टी के फैसलों को नकारने का अधिकार नहीं है।” उन्होंने कहा, ”पार्टी में ऐसा अधिकार किसी को नहीं दिया गया है, यहां तक कि एक सांसद को भी नहीं।”
सुधाकरन ने कहा कि थरूर से लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है और यह प्राप्त होने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
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