उज्जैन। कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे की घंटी बजने के बाद भी शहर के लोगों ने कोरोना गाईड लाईन को लगातार नजर अंदाज किया। पूरे प्रदेश में यही स्थिति थी। नतीजा यह हुआ कि सरकार को एक महीने बाद फिर से पूरे प्रदेश में रात का कफ्र्यू जारी करना पड़ा। इधर कल शाम शहर में कोरोना के दो नए केस और सामने आ गए। अभी तक के विश्लेषण में पॉजीटिव आए ज्यादातर मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री सामने आ रही है। मध्यप्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण बढऩे के कारण कल शाम मुख्यमंत्री को यह फैसला लेना पड़ा कि बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आगामी आदेश तक उज्जैन सहित पूरे प्रदेश में रात का कफ्र्यू जारी रहेगा। इस दौरान रात 11 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक लोग स्वतंत्र घूम नहीं पाएँगे। इधर ओमिक्रोन के मरीज देश में लगभग एक महीने पहले ही मिलना शुरु हो गए थे। इसके दो हफ्ते बाद तक उज्जैन शहर तथा जिले में कोरोना का एक भी मामला नहीं था। परंतु नए वेरिएंट के खतरे को नजर अंदाज करते हुए शहर के लोगों ने अभी तक इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
इतना ही नहीं उच्च शिक्षित और धनाढ्य लोगों ने भी गाईड लाईन की नजरअंदाजी की और शहर में कोरोना को बढ़ावा दिया। चिकित्सकों के अनुसार कल रात भी शहर में कोरोना के दो और नए मरीज मिले हैं। विद्यानगर निवासी 53 वर्षीय महिला बुधवार को कोरोना संक्रमित पाई गई थी। वह कुछ दिन पहले ही यूएई से विदेश यात्रा कर लौटी थी। ओमिक्रोन की आशंका के चलते उक्त महिला के जिनोम जाँच के सेम्पल जाँच के लिए भेजे गए थे, साथ ही महिला की बहन के दो युवक भी जाँच में कल शाम कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। इसके बाद जिले में अब तक कोरोना के 10 नए केस सामने आ गए हैं और इनमें से 8 मरीजों का उपचार अस्पतालों में चल रहा है। उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी कोरोना के दो शुरुआती मामले तीन बत्ती चौराहा पर रहने वाले बुजुर्ग दंपत्ति के रूप में सामने आए थे। यह दोनों भी गुजरात से शादी समारोह से होकर लौटे थे। इनके बाद ऋषिनगर में रहने वाले तथा बडऩगर के महाविद्यालय में पढ़ाने वाले प्रोफेसर उनके बाद इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर, पॉलीटेक्निक कॉलेज के विभाग प्रमुख में भी संक्रमण पाया गया है। शेष पॉजीटिव आए केस ऐसे हैं जो इन लोगों के संपर्क में आने के बाद बीमार हुए हैं।
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