ज्यूरिक। साल 2021 के जाते जाते वैज्ञानिकों (scientists) ने शरीर का एक ऐसा हिस्सा खोजा है, जिसका जिक्र आज से पहले कभी नहीं हुआ था। यह हिस्सा जबड़े की मास्सेटर मांसपेशियों (masseter muscle) की एक गहरी परत के अंदर मिला है। मास्सेटर मांसपेशी ही जबड़े के निचले हिस्से को ऊपर उठाती है और खाने को चबाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मॉडर्न एनाटॉमी टेक्स्ट बुक (Modern Anatomy Text Book) में मास्सेटर की दो परतों का उल्लेख है। यह खोज सेंचुरी की सबसे बड़ी खोज है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि उनकी टीम ने ऐतिहासिक ग्रंथों में लिखी जबड़े की मांसपेशियों में छिपे अंग को खोजने के लिए अपनी स्टडी शुरू की थी। ऐसा करने के लिए उन्होंने 12 इंसानी शवों को फॉर्मलाडेहाइड (formaldehyde) में संरक्षित किया। जब वैज्ञानिकों ने बॉडी के सिर का अध्ययन किया तो उन्हें चौंकाने वाले परिणाम मिले। उन्हें प्राचीन ग्रंथों में उल्लेखित जगह से दूर शरीर का एक अलग हिस्सा दिखाई दिया।
शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने 16 ताजा शवों का सीटी स्कैन (CT scan) भी किया और एक जीवित इंसान के एमआरआई स्कैन (MRI scan) से तुलना की। इस दौरान उन्हें जबड़े की मांसपेशियों में तीसरी परत दिखाई दी। वैज्ञानिकों ने बताया कि यह गहरी परत जाइगोमैटिक प्रॉसेस से चलती है। यही प्रॉसेस गाल की कोमल हड्डियों का ठोस बनाता है। इसे गाल के पीछे की तरफ महसूस किया जा सकता है। मांसपेशियों का यह गहरा हिस्सा पहले से ज्ञात दो परतों से बिल्कुल अलग है।
स्जिल्विया मेजी (szilvia magi) के मुताबिक यह परत निचले जबड़े को स्थिर करने में मदद करती है। यह आमतौर पर माना जाता है कि पिछले 100 वर्षों में शारीरिक अनुसंधान ने कोई कसर नहीं छोड़ी गई है, ऐसे में इसे सदी की खोज माना जा सकता है।
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