नई दिल्ली । रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट (rohini court blast) के आरोपी वैज्ञानिक भारत भूषण कटारिया (Scientist Bharat Bhushan Kataria) आसानी से पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। पुलिस ने करीब एक हजार घंटे की सीसीटीवी फुटेज (cctv footage) खंगाली। इसके बाद पुलिस आरोपी तक पहुंची। दूसरी तरफ आरोपी सोमवार शाम तक अस्पताल में भर्ती था। तबीयत खतरे से बाहर बताई जा रही है, हालांकि आरोपी एम्स के डॉक्टरों की निगरानी में है। ब्लास्ट के आरोपी के खुदकुशी करने के कोशिश के बाद दिल्ली पुलिस की तफ्तीश रूक गई है।
स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों के अनुसार रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट को सुलझाने के लिए करीब एक हजार घंटे की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई। सीसीटीवी फुटेज में आरोपी करीब 10 जगह कैद हुआ है। फुटेज रोहिणी कोर्ट के गेट नंबर-सात और आठ के आसपास के हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पहली फुटेज में वह दो बैग लेते हुए गेट नंबर-सात से कोर्ट के अंदर आता हुआ दिखाई दे रहा है। वापसी की फुटेज में आरोपी के पास बैग नहीं थे। वह गेट नंबर आठ व नौ के आसपास भी घूमा था। फुटेज में वकील की ड्रेस में दिखाई दे रहा था। वह फुटेज में घर जाते हुए भी दिखाई दे रहा है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार जांच में ये बात सामने आई है कि रोहिणी कोर्ट जाते हुए आरोपी के पास दो मोबाइल थे। आरोपी वैज्ञानिक ने दोनों की मोबाइल बंद कर रखे थे। पुलिस ने उसके दोनों मोबाइल व लैपटॉप को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
आरोपी भारतभूषण ने गिरफ्तार वाली शाम शनिवार को ही हैंडवॉश पीकर खुदकुशी करने की कोशिश की थी। उसे बीआर अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया। वहां सफदरजंग अस्पताल व उसके बाद एम्स में भर्ती कराया गया था। इस कारण पुलिस वैज्ञानिक को लेकर कहीं दबिश नहीं दे सकी है। इस कारण पुलिस अभी तक पूरी तरह बरामदगी नहीं कर सकी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी वैज्ञानिक पूछताछ में बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहा है। वह बार-बार यहीं कहता है कि उसे कुछ पता नहीं है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आरोपी ने रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट को अंजाम देने से पहले कहीं ब्लास्ट करने का अभ्यास तो नहीं किया था।
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