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    भूतपूर्व पुलिसवाले से पुलिस परिवार असुरक्षित

  • December 20, 2021

    • रांझी में सूदखोरों के बाद भू माफियाओं का फैला मकडज़ाल

    जबलपुर। पूर्व में अग्निबाण द्वारा अपने पाठकों के समक्ष रांझी क्षेत्र की विभिन्न प्रकार की समस्याओं का पर्दाफाश करते हुए पाठको के समक्ष कई खुलासे किए थे। इसी कड़ी में विभिन्न प्रकार के अपराधों की बात सामने आई थी, जिसमें कुछ में पुलिस द्वारा कार्यवाही की गई और कुछ जगह पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता दिखी। विभिन्न प्रकार की समस्याएं जो रांझी क्षेत्र को लेकर सामने आती रही हैं इसी के चलते अग्निबाण द्वारा मुहिम ‘रांझी सबकी -रांझी का कौन Ó की शुरुआत की जा रही है इसके अंतर्गत अगर जनता को किसी भी प्रकार से रांझी क्षेत्र में समस्या हो तो वह हमारे संवाददाता से संपर्क कर सकते हैं। वर्तमान में रांझी को लेकर कानून व्यवस्था चिंता का विषय बना हुआ है। महिला अपराध, हत्या, लूट आत्महत्या के लिए उकसाना, सूदखोरी और भू माफियाओं ने आम जनता का जीवन क्षेत्र में दूभर कर दिया है। पिछले 2 महीने की घटनाएं इन बातों का सबसे बड़ा प्रमाण है।


    ऐसा ही एक और मामला 2 दिन पूर्व सामने आया जब आरटीआई कार्यकर्ता व जन समस्या समाधान समिति के प्रदेश अध्यक्ष युवराज विश्वकर्मा द्वारा भू माफिया के अवैध कब्जे का विरोध किया गया, जिसके बाद भूमाफिया के गुर्गों ने उसके साथ जमकर मारपीट की। मारपीट से व्यथित होकर जब आरटीआई कार्यकर्ता पुलिस के पास पहुंचा तो थाने द्वारा एक छोटी सी धारा लाकर कार्यवाही करने का चूरन दे दिया गया । दिलचस्प बात यह है कि हमला करने वाला भूतपूर्व सिपाही है और आरटीआई कार्यकर्ता युवराज का छोटा भाई भी पुलिस प्रशासन में सिपाही के पद पर कार्यरत हैं अर्थात इन भू-माफियाओं से तो पुलिस का परिवार भी सुरक्षित नहीं है तो आम जनता कैसे सुरक्षित हो सकती है !! वहीं इतना कुछ हो जाने के बाद भी रांझी थाने के पुलिस कर्मचारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। आम जनता के साथ जब भी कोई अपराध घटित होता है तो वह सबसे पहले पुलिस के पास जाकर अपनी शिकायत लिखवाना चाहती है परंतु पुलिस शिकायत न लेकर पीडि़त को प्रतिक्रियाओं का भय दिखाकर मामला न दर्ज करवाने की सलाह दे देती है जिसके बाद अत्याचार सहते सहते पीडि़त टूट जाता है। थाने की निष्क्रियता और अत्याचारियों से व्यथित इंसान कहीं ना कहीं आत्महत्या के लिए विवश हो जाता है। ऐसी ही वीभत्स प्रक्रिया इस वक्त रांझी क्षेत्र में चलायमान है।

    अग्निबाण मुहिम… रांझी सबकी-रांझी का कौन?

    • क्या है मामला: हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाकर सरकारी शमशान की भूमि का नाप करने जिला प्रशासन को मिले आदेश का नतीजा यह हुआ कि भू माफिया के गुर्गों ने याचिकाकर्ता पर ही हमला कर दिया और अब कानून और व्यवस्था का ढिंढोरा पीटने वाले पुलिस प्रशासन के दफ्तरों में याचिकाकर्ता गुहार लगाता फिर रहा है कि उस पर हुए हमले के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाए तो पुलिस प्रशासन कभी इसे पुराना विवाद बता कर टरका रहा है। तो कभी शिकायत लेने से इनकार किया जा रहा है। जबकि याचिकाकर्ता का कहना है कि पुराना विवाद भी सरकारी जमीन पर किए जा रहे इसी अवैध कब्जे का विरोध करना ही था। इस पर तहसीलदार एसडीम के यहां से कार्यवाही नहीं होने के बाद मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की शरण में चले गए थे। जनहित के मुद्दे पर हाईकोर्ट ने पूरी सुनवाई करने के बाद राज्य सरकार को यहां नाप कर सरकारी शमशान भूमि का सीमांकन करने आदेश दिया हुआ है। दरअसल रांझी मानेगांव बेल्ट में सरकारी जमीनों पर भूमाफिया द्वारा किए जा रहे कब्जे के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे सूचना अधिकार कार्यकर्ता और समस्या समाधान समिति के प्रदेश अध्यक्ष युवराज विश्वकर्मा का है। युवराज द्वारा लगातार भूमाफिया के विरुद्ध विगत कई वर्षों से वहीं छोड़ कर रखी हुई है। इसके तहत प्रधानमंत्री आवास मिशन, इंदिरा गांधी आवास मिशन, राजीव गांधी आवास मिशन के पत्तों वाले सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों का खेल बिगड़ गया है। इसी क्रम में 16 दिसंबर का मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के आदेश पर सरकारी शमशान भूमि खसरा क्रमांक 6.1 और 6.2 के नाम करने मजबूर राजस्व विभाग के अमले की मौजूदगी युवराज विश्वकर्मा पर मुखर्जी चौक निवासी चंद्र प्रकाश दुबे उर्फ चंदू नामक व्यक्ति पर हमले का आरोप है।

    आरआई-पटवारी के सामने हुआ हमला
    युवराज विश्वकर्मा के मुताबिक भी उस समय वहां से गुजर रहे थे उसी दौरान राजस्व निरीक्षक सोनी ने उसे आवाज देकर रोका और पीछे से चंद्र प्रकाश दुबे ने उस पर हमला कर दिया। इस दौरान पटवारी रुपेश ताम्रकार भी वहां पर मौजूद रहा। जब युवराज रांझी थाने गए तो किसी ने उनकी शिकायत ही नहीं ली। बाद में युवराज ने इसकी शिकायत एसपी, कलेक्टर आदि दफ्तरों में की। युवराज विश्वकर्मा के मुताबिक इलाके की लगभग 100 एकड़ से अधिक सरकारी जमीनों पर रसूखदार लोगों ने अवैध कब्जा कर मकान, दुकान, बिल्डिंग, डुप्लेक्स बना लिए हैं और प्लॉटिंग आदि की जा रही है। इसकी शिकायत उनके द्वारा प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री से लेकर कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार और थाना स्तर पर की जा चुकी है। कुछ मामलों पर उनके द्वारा जनहित में हाई कोर्ट में याचिका लगाई गई है।

    चंद्र प्रकाश दुबे उर्फ चंदू द्वारा शमशान की भूमि पर कब्जा किया गया है। जिसको लेकर हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि जल्द से जल्द शमशान की भूमि से अवैध कब्जे को हटा दिया जाए। इसके संबंध में याचिका मेरे द्वारा लगाई गई थी ।इसी बात को लेकर चंदू ने आरआई-पटवारी के सामने मुझ पर हमला कर दिया जिसको लेकर थाने में मेरे द्वारा शिकायत दी गई है, परंतु अभी तक हम पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
    युवराज विश्वकर्मा, प्रदेश अध्यक्ष जन समस्या समाधान समिति

    मामले से संबंधित शिकायत थाने में आई है। जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
    विजय परस्ते, थाना प्रभारी रांझी

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