डेस्क। हार्ट अटैक (heart attack) के कुछ खास लक्षण होते हैं जो हमें चेतावनी (Warning) देते हैं। जैसे कि सीने में तकलीफ या दर्द, ठंड लगने के साथ पसीना आना और बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस होना। लेकिन हार्ट अटैक बिना किसी लक्षण के भी हो सकता है। आपको भी कभी दिल का दौरा पड़ा हो और आपको इसका पता भी ना चला हो। साइलेंट हार्ट अटैक (silent heart attack) में कोई भी लक्षण महसूस नहीं होते हैं। इसे ‘साइलेंट’ हार्ट अटैक (Silent heart attack) कहा जाता है।
अमेरिका (America) के क्लीवलैंड क्लिनिक के कार्डियोलॉजिस्ट कर्टिस रिम्मरमैन (Cardiologist Curtis Rimmerman) के अनुसार, साइलेंट हार्ट अटैक का सबसे बड़ा खतरा ये होता है कि पता ना चल पाने की वजह से लोग इसका इलाज भी नहीं करबाते हैं। साइलेंट हार्ट अटैक में भले ही इसके लक्षण ना महसूस होते हों लेकिन ये आपके दिल को बड़ा नुकसान (Harm) पहुंचा सकता है।
कैसे पता चलेगा साइलेंट हार्ट अटैक
जिन लोगों हार्ट अटैक की पहचान नहीं हो पाती है, उन्हें हफ्तों या महीनों बाद इसके बारे में तब पता चलता है जब वो रेगुलर चेकअप (regular checkup) के लिए अपने डॉक्टर (Doctor) के पास जाते हैं। हृदय की मांसपेशियों को कितना नुकसान हुआ है, इसे देखकर डॉक्टर बता देते हैं कि आपको किस तरह का हार्ट अटैक आया होगा। इसके लिए डॉक्टर इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (EKG) या कार्डियक अल्ट्रासाउंड (cardiac ultrasound) के जरिए इसका पता लगा सकते हैं। कुछ लोग साइलेंट हार्ट अटैक के तुरंत बाद डॉक्टर के पास जाते हैं क्योंकि वो थकान और सांस की तकलीफ जैसे लक्षण महसूस करते हैं। ऐसे तो साइलेंट हार्ट अटैक किसी को भी हो सकता है लेकिन महिलाओं और डायबिटीज (women and diabetes) के मरीजों पर इसका ज्यादा खतरा रहता है।
साइलेंट हार्ट अटैक के खास लक्षण
सीने में जकड़न, बहुत ज्यादा थकान महसूस होना, किसी एक्टिविटी में सांस फूलना (breathlessness), दिल में जलन महसूस होना, अपच और लगातार बेचैनी महसूस होना साइलेंट हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं। अक्सर, लोगों को लगता है कि उनके साथ कुछ गलत हो रहा लेकिन वो इस पर भरोसा नहीं करना चाहते हैं कि ये हार्ट अटैक भी हो सकता है।
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