नई दिल्ली। विराट कोहली अब भारत के सीमित ओवरों की टीम के कप्तान नहीं हैं। टी-20 की कप्तानी छोड़ने के बाद भारतीय चयनकर्ताओं ने उन्हें वनडे की कप्तानी से भी हटा दिया और अब वह सिर्फ टेस्ट टीम के कप्तान रह गए हैं। उनकी जगह रोहित शर्मा टी-20 और वनडे के कप्तान बनाए जा चुके हैं।
भारतीय टीम विराट कोहली की अगुवाई में टेस्ट सीरीज खेलने के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंच चुकी है और अगले हफ्ते से यहां पहला टेस्ट मैच खेलेगी। हालांकि दक्षिण अफ्रीका के दौरे से पहले विराट की कप्तानी और उन्हें हटाने के तरीके को लेकर काफी विवाद हुआ।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट को वनडे की कप्तानी से हटाने के फैसले को चयनकर्ताओं का सुझाव बताया। साथ ही विराट को कटघरे में खड़ा किया। लेकिन विराट ने दौरे से एक दिन पहले प्रेसवार्ता कर बताया कि उनसे इस संबंध में अलग से कोई बातचीत नहीं हुई और टेस्ट टीम के चयन की चर्चा के बाद टीम की घोषणा से डेढ़ घंटे पहले पांच चयनकर्ताओं ने फोन पर कप्तानी से हटाए जाने की जानकारी दी।
विराट की प्रेसवार्ता ने चयनकर्ताओं और बीसीसीआई अध्यक्ष के दावे पर सवाल उठा दिया, जिसके बाद कई पूर्व क्रिकेटरों ने इसपर प्रतिक्रिया दी। विश्व कप विजेता पूर्व ऑलराउंडर और राष्ट्रीय चयनकर्ता रहे कीर्ति आजाद ने भी चयनकर्ताओं पर बड़ा हमला किया है।
आजाद ने कहा, ‘चयनकर्ताओं को इस संबंध में पहले गांगुली को बताना चाहिए था और उनकी मंजूरी के बाद ही विराट को कॉल करना चाहिए था। यह एक प्रक्रिया जो दशकों से चली आ रही है।’
कीर्ति आजाद ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, ‘अगर यह चयनकर्ताओं का फैसला था तो उन्हें बीसीसीआई अध्यक्ष के पास जाना चाहिए था। आमतौर पर ऐसा होता है कि टीम के चयन के बाद अध्यक्ष को बताया जाता है और उसकी मंजूरी ली जाती है।’
पूर्व क्रिकेटर ने चयनकर्ताओं पर करारा हमला करते हुए कहा, ‘कोहली ने भले ही चयनकर्ताओं द्वारा दी गई सूचना पर हामी भरी लेकिन वह इस पूरे तरीके से दुखी थे।’ उन्होंने कहा, ‘वह चयनकर्ताओं का अपमान नहीं करना चाहते हैं लेकिन कोहली का क्रिकेट का अनुभव उनसे बहुत अधिक है। सभी चयनकर्ताओं के पूरे मैचों के अनुभव को मिला दें तब भी वह विराट के अनुभव से कम होंगे।’
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