नई दिल्ली। आज का दिन शनिवार है और यह दिन शनि देव (Shani Dev) की पूजा के लिए उत्तम माना गया है। शनि की दृष्टि को शुभ नहीं माना गया है। शनि देव जब अशुभ होते हैं तो जीवन में संकट और परेशानियों (crises and troubles) को अंबार लग जाता है। व्यक्ति परेशान हो जाता है। धन, सेहत और संबंध में हानि उठानी पड़ती है। एक तरह से जीवन कष्टकारी हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के अनुसार शनि देव कर्मफलदाता है। शनि को न्याय करने वाला बताया गया है। साढ़ेसाती और ढैय्या(half-and-half) के दौरान शनि अधिक परेशान करते हैं।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी (Hanuman) की पूजा को लाभकारी बताया गया है। माना जाता है कि शनि देव हनुमान जी की पूजा करने वालों को परेशान नहीं करते हैं। इसके पीछे एक रोचक पौराणिक कथा(mythology) है, जिसे आइए जानते हैं-
शनिदेव हनुमान जी से क्यों डरते हैं
हनुमान जी की इस को बात सुनकर शनि देव को गुस्सा आ गया। वे बोले अरे मुर्ख बन्दर। मैं तीनों लोकों को भयभीत करने वाला शनि हूं। आज मैं तेरी राशि में प्रवेश करने जा रहा हूं, रोक सकता है तो रोक ले। हनुमान जी ने तब भी विनम्रता को नहीं त्यागा और कहा कि शनिदेव क्रोध न करें कहीं ओर जाएं। वहां पर अपना पराक्रम दिखाएं। मुझे प्रभु श्रीराम का ध्यान करने दें हनुमान जी ने जैसे ही ध्यान लगाने के लिए आंखों को बंद किया वैसे ही शनि देव ने आगे बढ़कर हनुमान जी की बांह पकड़ ली और अपनी ओर खींचने लगे।
हनुमान जी को लगा, जैसे उनकी बांह किसी ने दहकते अंगारों पर रख दी हो। उन्होंने एक झटके से अपनी बांह शनि देव की पकड़ से छुड़ा ली। इसके बाद शनि ने विकराल रूप धारण उनकी दूसरी बांह पकड़नी चाही तो हनुमान जी को हल्का सा क्रोध आ गया और अपनी पूंछ में शनि देव को लपेट लिया। इसके बाद भी शनि देव नहीं माने और उन्होंने ने हनुमान जी से कहा तुम तो क्या तुम्हारे श्रीराम भी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। इतना सुनने के बाद तो हनुमान जी का क्रोध आ गया और पूंछ लपेट कर शनि देव को पहाड़ों पर वृक्षों पर खूब पटका और रगड़ा। इससे शनि देव का हाल बेहाल हो गया।
शनि देव ने मदद के लिए कई देवी देवताओं को पुकारा लेकिन कोई भी मदद के लिए नहीं आया। अंत में शनि देव ने स्वयं ही कहा दया करो वानरराज। मुझे अपनी उद्दंडता का फल मिल गया। मुझे क्षमा कर दें। भविष्य में आपकी छाया से भी दूर रहूंगा। तब हनुमान जी बोले मेरी छाया ही नहीं मेरे भक्तों की छाया से भी दूर रहोगे। तब से शनि हनुमान जी की पूजा करने वालों को परेशान नहीं करते हैं। इसलिए शनि को शांत करने के लिए हनुमान जी की पूजा करने की सलाह दी जाती है।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved