इंदौर। राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) को मिली मूक-बधिर महिला (deaf woman) को कुछ दिन पहले उज्जैन के स्वाधारगृह (Swadhar Greh of Ujjain) में भेजा गया है। अब मूक-बधिरों के लिए काम करने वाली इंदौर (Indore) की संस्था महिला के परिवार को ढूंढने में जुट गई है। महिला अपने दो बच्चों के साथ दो साल से परिवार से बिछडक़र भटक रही है।
उज्जैन (Ujjain) में एहसास समाज कल्याण समिति द्वारा संचालित किए जा रहे महिला स्वाधारगृह से राजस्थान से संपर्क किया गया था कि यहां एक मूक-बधिर महिला दो बच्चों के साथ मिली है। उसका बड़ा बेटा अपना घर इंदौर में होना बता रहा है, जिसके बाद महिला को राजस्थान से उज्जैन (Rajasthan to Ujjain) के महिला स्वाधारगृह में भेजा गया। उज्जैन से मप्र मूक-बधिर पुलिस सहायता केंद्र से संपर्क (Contact) कर मदद मांगी गई, जिसके बाद इंदौर की आनंद सर्विस सोसायटी (Anand Service Society) के संचालक ज्ञानेंद्र और मोनिका पुरोहित (Director Gyanendra and Monica Purohit) ने महिला से वीडियो कॉल (video call) पर बात की। रविवार को पुरोहित दंपति महिला से बात करने के लिए उज्जैन पहुंचे थे, जहां उन्होंने साइन लैंग्वेज में महिला से दो घंटे लगातार बात की।
महिला और उसके सात वर्षीय बड़े बेटे ने जानकारी दी कि दो साल पहले वो परिवार से बिछड़ गए थे। महिला का छोटा बेटा दो साल का है। मोनिका पुरोहित (Monica Purohit) ने बताया कि महिला ज्यादा कुछ बता नहीं पा रही है, लेकिन शुरुआती बातचीत में लग रहा है कि वो मराठी परिवार (marathi family) से है। दो साल पहले गाड़ी में बैठी थी और भटक गई। उसके हाथ पर ‘मीना गायत्री मंदा (Meena Gayatri Manda)’ गुदा हुआ है और बड़ा बेटा अपने पिता का नाम लक्ष्मण बता रहा है। महिला के पास से चार टुकड़ों में फटी पासपोर्ट साइज (torn passport size) की फोटो भी मिली है।
वीडियो बनाया होगी काउंसलिंग
फिलहाल महिला का बच्चों के साथ एक वीडियो बनाया गया है और शुरुआती जानकारी के साथ उसे संस्था ने वायरल किया है। महिला ने इशारों में बताया कि जब वो भटक गई थी तो उसका छोटा बेटा एक से दो महीने का ही था, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वो दो साल पहले ही भटकी होगी, क्योंकि छोटे बेटे की उम्र दो साल के आसपास है। आनंद सर्विस सोसायटी के पुरोहित दंपति महिला से एक बार फिर बात करेंगे। फिलहाल सोशल नेटवर्किंग (social networking) के जरिए महिला के परिवार का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
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