- नए कनेक्शन, मीटर बदलने सहित अन्य काम रूके
- सभी झोनों पर सिर्फ पुराने बिल की वसूली का चल रहा काम
उज्जैन। शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन हुआ था। इसमें विद्युत मंडल के बकाया प्रकरण भी रखे गए थे। सोमवार को जब झोनों में कामकाज शुरु हुआ तो यहाँ सिर्फ कोरोना काल के बकाया बिलों की वसूली होती रही। उपभोक्ताओं को बताया गया कि 15 दिसंबर तक सिर्फ यही काम चलेगा। इस दौरान नए कनेक्शन के आवेदन से लेकर मीटर बदलने और नामांतरण सहित अन्य कार्य नहीं हो पाएँगे। उल्लेखनीय है कि कोरोना काल में लगे पहले 100 दिन के तथा उसके बाद 62 दिन के लॉकडाउन के दौरान शासन ने घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के बकाया बिल माफ कर दिए थे। बाद में फिर इनकी वसूली की जा रही है। इससे उपभोक्ताओं में नाराजगी है। इधर शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन हुआ था।
अन्य विभागों की तरह विद्युत मंडल ने भी बिजली चोरी सहित अन्य बकाया वसूली के प्रकरणों को रखा था। हालांकि इस बार की लोक अदालत में बिजली विभाग को अपेक्षा के अनुरूप बकाया नहीं मिल पाया। लोक अदालत के अगले दिन रविवार का अवकाश था। सोमवार को झोन कार्यालयों पर जब उपभोक्ता नए मीटर कनेक्शन के आवेदन जमा करने तथा निर्धारित राशि की रसीद कटवाने पहुँचे तो उन्हें कहा गया कि 15 दिसंबर तक सिर्फ कोरोना काल के बिकाया बिलों की वसूली ही चलेगी। नए मीटर कनेक्शन के लिए आवेदन लेने, राशि जमा कर रसीद बनाने तथा मीटर बदलने और नामांतरण जैसे सभी कार्य 16 दिसंबर से ही शुरु हो पाएँगे। कल दिनभर विद्युत मंडल के सभी 9 झोन कार्यालयों पर अधिकांश काउंटर पर यही काम चल रहा था। ऐसे में नए कनेक्शन के लिए आवेदन करने वाले उपभोक्ताओं को यहाँ से खाली हाथ लौटना पड़ा। पुराने बिल लेकर लोग झोन कार्यालय पहुँच रहे हैं और यह बताया भी जा रहा है कि यह बिल माफ कर दिए गए थे, इस पर विद्युत मंडल के अधिकारी-कर्मचारी उपभोक्ताओं को समझा रहे हैं कि शासन के आदेश से ही पुरानी वसूली की जा रही है जो बकाया बिल दिए गए हैं उन्हें जमा करना होगा।