इंदौर। कल रात जारी मेडिकल बुलेटिन (Medical Bulletin) में 7 और नए कोरोना मरीजों (Corona Patients) की जानकारी सामने आई। हालांकि सैम्पलों (Samples) की संख्या भी घट गई है अन्यथा 10 हजार सैम्पल रोजाना लेने के दावे किए जा रहे थे। कल हालांकि रविवार की छुट्टी के चलते भी सैम्पलों की संख्या घटी। 5732 सैम्पलों की जांच में 5716 नेगेटिव मिले, तो जिले में उपचाररत कोरोना मरीजों की संख्या बढक़र 55 हो गई है। हालांकि अधिकांश ए-सिम्टोमैटिक (A-Symptomatic) मरीज ही अभी मिल रहे हैं। मगर कुछ बच्चे भी कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की चपेट में आए हैं। हालांकि अभी तक ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) किसी मरीज में नहीं मिला है।
विदेश (Videsh) से आने वाले यात्रियों की जांच तो लगातार की ही जा रही है, मगर कई मरीज अभी भी गायब ही हैं। वहीं कुछ बच्चे भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। एमआरटीबी और महू आर्मी हॉस्पिटल (Mhow Army Hospital) में कुछ बच्चे भर्ती भी हैं। हालांकि सभी ठीक हैं। वैक्सीनेशन (Vaccination) का अभियान भी लगातार चल रहा है। 92 फीसदी से अधिक लोगों को दोनों डोज लग चुके हैं। कल रात जारी मेडिकल बुलेटिन (Medical Bulletin) में 7 और नए कोरोना मरीज मिले, जिसके चलते अभी तक एक लाख 53 हजार 417 कोरोना मरीज इंदौर में हो चुके हैं और मरने वालों का आंकड़ा अधिकृत रूप से 1393 बताया गया है। 1 लाख 51 हजार 969 मरीज हालांकि स्वस्थ भी हो गए और अभी 55 मरीजों का इलाज चल रहा है। ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के चलते दुनियाभर में हडक़म्प है। वहीं लोगों की लापरवाही भी सामने आ रही है। मास्क का इस्तेमाल भी कम हो गया है। हालांकि शासन-प्रशासन द्वारा लगातार नागरिकों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे मास्क का इस्तेमाल अवश्य करें और जिन लोगों के दूसरे डोज बाकी हैं वे अवश्य लगवा लें। दरअसल, 28 लाख से अधिक की जिले की आबादी को दोनों डोज लगाना थे, मगर इससे अधिक संख्या वास्तविक रूप से है। लिहाजा 31 लाख से अधिक को पहला डोज लग चुका है और दूसरे डोज के भी डेढ़ लाख से अधिक लोग बाकी हैं। चूंकि इंदौर में लगातार बाहर से बड़ी संख्या में लोगों का आवागमन बना रहता है। इसलिए पहला डोज भी लगातार लगाया जा रहा है। इधर, कोरोना मरीजों की संख्या तो नियंत्रित है। कल राजधानी भोपाल (Bhopal) में भी 9 मरीज निकले हैं, जबकि इंदौर में भी 7-8 मरीज औसतन निकल रहे हैं। अभी शादियों का सीजन भी चल रहा है, जिसमें अच्छी संख्या में भीड़ उमड़ रही है, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग को भी अंदेशा है कि जनवरी में कोरोना के मरीज बढ़ सकते हैं, क्योंकि ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) को तेजी से फैलना बताया है। हालांकि डेल्टा की तुलना में यह कम घातक है।
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