ग्वालियर। पिछले तीन दिन से ग्वालियर शहर मध्यप्रदेश का सबसे ठंडा स्थान (Gwalior city is the coldest place in Madhya Pradesh) बना हुआ है। जम्मू-कश्मीर से आ रहीं बर्फीली उत्तरी हवाओं (icy north winds) ने शहर के मौसम में ठंडक घोल दी है। शुक्रवार को यहां सीजन में पहली बार सबसे कम न्यूनतम तापमान 7.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस पर आ जाने से रात में कंपाने वाली ठंड की शुरुआत हो गई है। दिन में भी उत्तरी हवा चलने से ठंड का असर बढ़ गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में दिन व रात के तापमान में और गिरावट की संभावना जताई है। अगले दो दिन में यहां न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस पर आ सकता है।
मौसम को प्रभावित करने वाला देश में अभी कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है। इस कारण हवाओं का रुख उत्तरी बना हुआ है। यह हवाएं अपने साथ जम्मू-कश्मीर से बर्फीली ठंडक लेकर आ रही है जिससे तापमान में निरंतर गिरावट दर्ज हो रही है। लगातार तीसरे दिन ग्वालियर मध्यप्रदेश में सबसे ठंडे शहर के रूप में दर्ज हो गया।
मौसम विभाग के अनुसार 14 दिसम्बर तक ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है। नया पश्चिमी विक्षोभ आने तक उत्तरी हवाएं चलेंगी। उत्तरी हवाओं के प्रभाव से अगले चार से पांच दिन तक बर्फीली ठंडक कायम रहेगी। उत्तर भारत में 14 दिसम्बर को पश्चिमी विक्षोभ आ सकता है जिससे रात के तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण रात में ठंड का असर कम होगा लेकिन दिन में बादल छाने से अधिकतम तापमान लुढ़क सकता है जिससे दिन में कंपकंपाने वाली ठंड का सामना करना पड़ सकता है।
सीजन की सबसे ठंडी रात: वर्तमान सीजन में गुरुवार-शुक्रवार की रात सबसे ठंडी रही क्योंकि शहर में आज पहली बार न्यूनतम तापमान 7.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 1.8 और पिछले दिन से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम है। अधिकतम तापमान भी पिछले दिन की तुलना में 0.9 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 24.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 1.9 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 90 और शाम को 66 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिन में अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच सकता है।
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