भोपाल। बहु प्रतीक्षित केन बेतवा लिंक परियोजना (Ken-Betwa Link Project) को बुधवार को केंद्र की मंजूरी मिलने से बुंदेलखंड (Bundelkhand) के दिन फिरने की उम्मीद जाग गई है। इस इलाके की जीवनरेखा कही जाने वाली केन-बेतवा लिंक परियोजना लंबे समय से कागजों में दौड़ रही थी। मोदी कैबिनेट (Modi cabinet approval) की मंजूरी मिलने के बाद परियोजना पर अमल का रास्ता बन गया है। केंद्र सरकार ने इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाकर तैयार कर ली है। मोदी केबिनेट के परियोजना को मंजूरी दिए जाने के बाद अब बुंदेलखंड में पानी पहुंच सकेगा। पानी की कमी से जूझ रहे बुंदेलखंड में पानी की कमी दूर हो सकेगी। ये परियोजना 44 लाख 605 करोड़ रुपये लागत की है।
इस परियोजना से एमपी के छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, सागर, दमोह और दतिया जिलों में पानी की कमी दूर होगी। इसी के साथ उत्तर प्रदेश के बांदा महोबा झांसी और ललितपुर जिलों में सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी। मध्य प्रदेश के विदिशा, शिवपुरी और रायसेन जिलों में करीब 62 लाख लोगों को पेयजल भी मुहैया होगा।
PM मोदी को भेजेंगे न्यौता
मोदी कैबिनेट में केन-बेतवा लिंक परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद अब इस का भूमिपूजन होगा। जानकारी के मुताबिक इसी महीने मोदी की मौजूदगी में केन बेतवा लिंक परियोजना की शुरुआत हो सकती है। फिलहाल इसके लिए जगह तय नहीं है। शिवराज सरकार की कोशिश है कि केन बेतवा लिंक परियोजना की शुरुआत मध्यप्रदेश से की जाए. इसके लिए सरकार की तरफ से पीएम मोदी को न्यौता भेजा जा सकता है।
यूपी चुनाव से पहले मास्टर स्ट्रोक
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने बीते दिनों संसद में परियोजना से जुड़ा मुद्दा उठाया था। उनकी कोशिश है कि खजुराहो से पीएम मोदी परियोजना की शुरुआत करें। हालांकि उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले मोदी सरकार का यह बड़ा कदम है। संभावना यह भी है कि पीएम मोदी की मौजूदगी में यूपी में इस परियोजना की शुरुआत की जाएगी जिसमें एमपी और यूपी के मुख्यमंत्री भी शामिल रहेंगे। लंबे समय से विवादों के कारण अटकी परियोजना को अब मोदी कैबिनेट की हरी झंडी मिल गई है और मुमकिन है कि इस परियोजना पर अब तेजी के साथ काम शुरू होगा और एक बड़ी आबादी तक पानी पहुंच पाएगा।
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