img-fluid

45 सालों से हवा में उठाए साधु अपना एक हाथ

December 07, 2021

नई दिल्ली। वैसे तो आज के समय में कई ऐसे लोग है जो सिर्फ अपना स्‍वार्थ देखते हैं दूसरे का क्‍या हाल है उन्‍हें इससे कोई मतलब नहीं होता फिर भी आज ऐसे लोग है जो समाज सेवा (Social service) करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। बात कर रहे हैं ऐसे साधु की जिन्होंने समाज सेवा (Social service) करने को लेकर घर परिवार छोड़ दिया है। यहां तक कि उन्‍होंने एक नहीं पूरे पूरे 45 सालों से अपना एक हाथ हवा में उठाए हुए । इस दौरान एक पल के लिए उसने अपना हाथ नीचे नहीं किया है। खास बात ये है कि शख्स ऐसा किसी मन्नत के पूरा होने के इंतजार में नहीं कर रहा, उसकी इच्छा केवल आस्था और शांति को बढ़ावा देने की है।

यही वजह है कि आज समाज में इस साधु की आज हर जगह चर्चा हो रही हैं। उनके इस बेहतरीन और नेक काम के लिए हर कोई प्रंशसा कर रहा है। जिन्होंने पूरी दुनिया में शांति कायम करने के लिए के ऐसा कदम उठाया है जिसके बाद पूरे विश्व में उनके चर्चे हो रहे है और वे अपने इसी निर्णय की वजह से देश और दुनिया में काफी लोकप्रियता हांसिल की है।



बता दें कि साधु अमर भारती है और इन्होंने जो अनोखा कारनामा किया है वो हर किसी को आश्चर्यचकित कर रही है दरअसल साधू अमरभारती जी ने लगभग 46 वर्षों से अपना एक हाथ हवा में उठाया हुआ है जिसे उन्होंने कभी भी नीचे नहीं किया। अमर भारती अपने इष्ट भगवान शिव को मानते हैं और उन्हीं को मानते हुए इन्होंने यह कारनामा किया है। भले ही आम लोगों के लिए ये कारनामा ना मुमकिन हो, लेकिन ये साधु ने इसे मुमकिन साबित किया है। अमरभारती ये कारनामा से पहले बेहद साधारण जीवन जी रहे थे जिसमें उनकी पत्नी और 3 बच्चे भी है। फिर अचानक ही अमर भारती के मन में समाज कल्याण की भावना जगी जिसमें उनकी फैमिली भी साथ खड़ी थी लेकिन धीरे- धीरे समय के साथ उनका परिवार उनसे छुटता गया। अमरभारती अपने फैसले पर अड़े रहे कभी भी अपना विश्वास कम नहीं होने दिया जिसकी वजह से आज उनकी हर जगह तारीफ हो रही है।

Share:

दहेज प्रथा पर सुप्रीम कोर्ट ने दिए ठोस निर्देश, कहा- शादी के 7 साल बाद तक दहेज रहेगा पत्नी के नाम

Tue Dec 7 , 2021
नई दिल्‍ली । सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) ने सोमवार को दहेज (Dowry) की सामाजिक बुराई को रोकने के लिए ठोस निर्देशों (concrete instructions) की मांग वाली एक रिट याचिका (writ petition) पर कहा कि यदि विधि आयोग (law commission) इस मुद्दे पर अपने सभी दृष्टिकोणों के तहत विचार करता है तो ये उचित होगा। कोर्ट […]
सम्बंधित ख़बरें
खरी-खरी
गुरुवार का राशिफल
मनोरंजन
अभी-अभी
Archives

©2024 Agnibaan , All Rights Reserved