भोपाल/छतरपुर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी (world famous tourist city) खजुराहो (Khajuraho) में रविवार देर शाम सातवें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (international film festival) का रंगारंग शुभारंभ हुआ। फिल्म अभिनेता गोविन्दा (film actor govinda) ने इस सात दिवसीय फिल्म महोत्सव का शुभारंभ किया। गोविंदा को फिल्म फेस्टीवल के मंच से लाइफ टाइम अचीवमेंट का सम्मान भी दिया गया।
इस मौके पर प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता दिलीप ताहिल, सुस्मिता मुखर्जी सहित अन्य फिल्मी कलाकार मौजूद रहे। कार्यक्रम में बुलगारिया के उपराजदूत इलियो डिको, कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह, संत आनंद गिरी, गजेंद्रनाथ महाराज, एसडीएम राजनगर डीपी द्विवेदी,एसडीओपी खजुराहो मनमोहन बघेल तथा सीएमओ बसंत चतुर्वेदी का सम्मान किया गया।
खजुराहो के पाहिल वाटिका परिसर के मुक्ताकाशी मंच पर खजुराहो फिल्म महोत्सव का यह सातवां आयोजन है, जिसकी शुरुआत फिल्म अभिनेता गोविन्दा द्वारा अपनी फिल्मों के डायलॉग और डांस की प्रस्तुति से की। कार्यक्रम के शुभारंभ में गोविंदा ने अपने आपको धार्मिक प्रवृति का बताया और मां के आशीर्वाद से ही इस मुकाम पर पहुंचने की बात कही। उनके डायलॉग और डांस को दर्शकों ने खूब पसंद किया और जमकर तालियां बजाईं।
खजुराहो अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टीवल के पूर्व गोविन्द ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कई मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि वर्तमान में ओटीटी प्लेटफार्म आ जाने के कारण बॉलीबुड में चलने वाली घरानों की तानाशाही काफी हद तक खत्म हुई है। उन्होंने कहा कि उनके साथ भी कई बार ऐसा हुआ है कि बड़ी मेहनत से फिल्म को बनाने के बाद भी इसे थिएटर तक पहुंचाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा। अब ओटीटी प्लेटफार्म पर बहुत सारे कलाकार अपने मन का काम कर रहे हैं। इससे कला जगत को नए प्रतिभाशाली कलाकार भी मिले हैं।
गोविन्दा ने खजुराहो में आयोजित होने वाले इस फेस्टिवल की सराहना की और आयोजक राजा बुन्देला के साथ अपने पुराने संबंधों को भी याद किया। उन्होंने कहा कि आज सिनेमा पहले के मुकाबले ज्यादा विस्तृत हो गया है। अब सिनेमा बनाने वाले और देखने वाले दोनों ही ज्यादा समझदार और प्रतिभावान हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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