भोपाल। प्रदेश में एक बार फिर कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए बंदिशें शुरू हो गई हैं। ऐसे में निकट भविष्य में होने वाले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव फिर टल सकते हैं। हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव कराने की पूरी तैयारी कर ली है। चुनाव आयोग 6 दिसंबर के बाद कभी भी चुनाव का ऐलान करने जा रहा था, लेकिन अब कोरोना संक्रमण के चलते चुनाव टालने का ऐलान करना पड़ सकता है।
राज्य निर्वाचन आयोग पंचायत चुनाव को लेकर पिछले लंबे समय से तैयारी कर रहा है। आयोग दो महीने पहले चुनाव कराने की स्थिति में था, लेकिन राज्य सरकार की ओर से जिला पंचायत अध्यक्षों का आरक्षण नहीं किए जाने की वजह से चुनाव नहीं कराए जा सके थे। हाल ही में राज्य सरकार ने पिछली आरक्षण प्रक्रिया को रद़द करते हुए पिछली आरक्षण प्रक्रिया से ही चुनाव कराए जाने की व्यवस्था लागू कर दी है। इसके बाद चुनाव आयोग को नए सिरे से चुनाव की तैयारी करनी पड़ी थी। चुनाव आयुक्त बीपी सिंह ने पिछले महीने 22 नवंबर को सभी कलेक्टरों को रिक्त पंचायतों की स्थिति की जानकारी 30 नवंबर तक तलब की है। साथ ही मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य भी कराया गया है। चुनाव के लिए सभी तैयारी पूरी हो चुकी है। इस बीच प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ रही है। ऐसे में यह पूरी संभावना है कि राज्य निर्वाचन आयोग अगले कुछ दिनों के भीतर कोरोना संक्रमण के चलते चुनाव टालने का ऐलान कर सकता है।
रिस्क नहीं लेगी सरकार
कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर के नुकसान एवं अनुभव को देखते हुए सरकार अब तीसरी लहर के संभवना के चलते किसी तरह का रिश्त नहीं लेगी। ऐसी में यह पूरी संभावना है कि पंचायत चुनाव फिर टल सकते हैं। हालांकि राज्य सरकार की ओर से चुनाव आयोग को पंचायत चुनाव के संबंध में अभी किसी तरह का अधिकृत निर्देश नहीं मिले हैं। न ही कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए किसी तरह संवाद हुआ है।
सरकार ने क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को एक्टिव किया
राज्य सरकार ने कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के चलते भोपाल एवं इंदौर में मास्क नहीं लगाने वालों पर जुर्माना राशि 100 से बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया है। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की भी तैयारी शुरू कर दी है। सीएम शिवराज द्वारा जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन कमेटियों की बैठक में स्पष्ट कहा कि कोरोना का खतरा फिर बढ़ रहा है। इसलिए अभी से सक्रिय हो जाएं। साथ ही उन्होंने अधिकारियों से इससे निपटने को हर तरह से तैयार रहने को कहा है। पंचायत की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को भी एक्टिव कर दिया गया है।
दावेदारों को फिर झटका
प्रदेश में 23 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायत, 313 जनपद एवं 52 जिला पंचायतों के लाखों दावेदारों की उम्मीदों पर फिर से पानी फिरता दिखाई दे रहा है। क्योंकि पंचायत चुनाव के दावेदार पिछले 21 महीने से चुनाव का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन हर बार चुनाव टलता जा रहा है। अब तीसरी बार चुनाव टलने से पंचायत चुनाव के दावेदारों को फिर झटका लग सकता है।
निर्वाचक नामावली में आपत्तियां 5 दिसम्बर तक
भोपाल। भारत निर्वाचन आयोग के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मप्र राजेश कुमार कौल ने बताया कि मध्यप्रदेश में फोटो निर्वाचक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य में दावे-आपत्तियाँ दाखिल करने की अवधि 5 दिसम्बर, 2021 तक बढ़ाई गई है। तिथि में वृद्धि का उद्देश्य सभी पात्र व्यक्तियों को दावे और आपत्तियाँ दाखिल करने के लिये और समय उपलब्ध कराना है। आयोग ने पहले यह तिथि 30 नवम्बर निर्धारित की थी।
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