सीधी। ममता का दूसरा नाम है मां। मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh) के सीधी जिले (Sidhi district) में एक मां (A mother) अपने बच्चे की जान बचाने (save her child’s life) के लिए तेंदुए (fights with a leopard) से भिड़ गई। मां की ममता ने तेंदुए से अपने बच्चे को बचा भी लिया. घटना मध्य प्रदेश के सीधी जिले के कुसमी ब्लॉक की है। बच्चे को गाल, पीठ और एक आंख में गंभीर चोट आई है। घायल बच्चे को उपचार के लिए कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक, कुसमी ब्लॉक के संजय टाइगर बफर जोन टमसार रेंज में एक गांव है बाड़ी झरिया। तीन तरफ से पहाड़ से घिरे बाड़ी झरिया गांव निवासी शंकर बैगा की पत्नी किरण बैगा देर शाम करीब सात बजे ठंड से बचाव के लिए अपने बच्चों के साथ अलाव के पास बैठी थी। एक बच्चा किरण की गोद में था जबकि दो बच्चे पास ही बैठे थे। इसी बीच अचानक तेंदुए ने हमला बोल दिया।
तेंदुआ एक बच्चे को मुंह में दबाकर उठा ले गया। गहरे अंधेरे में किरण भी तेंदुए के पीछे भागी। करीब एक किलोमीटर दूर तक तेंदुए के पीछे जाकर किरण अपने बच्चे को बचाकर लाने में सफल रही। किरण ने घटना के संबंध में बताया कि करीब एक किलोमीटर दूर जाकर तेंदुआ उसके बच्चे को अपने पंजों से दबाकर बैठ गया।
किरण के मुताबिक उसने साहस करके अपने बच्चे को किसी तरह तेंदुए के कब्जे से मुक्त करा लिया और शोर करने लगी। तेंदुए ने उसपर भी वार किए लेकिन तब तक गांव के लोग भी मौके पर पहुंच गए। भीड़ जुटने पर तेंदुआ जंगल की ओर से भाग गया। वन परिक्षेत्र अधिकारी टाइगर रिजर्व टमसार सीधी असीम भूरिया ने घटना को लेकर बताया कि जानकारी मिलने के बाद विभाग की टीम गांव में पहुंची और घायल बच्चे को उपचार के लिए तत्काल कुसमी अस्पताल पहुंचाया।
वन अधिकारी ने बताया कि तेंदुए के हमले में बालक को पीठ, गाल और आंख में चोट आई है। उसका उपचार कुसमी अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने कहा कि घायल बच्चे के उपचार का पूरा खर्च वन विभाग उठाएगा। पीड़ित परिवार को सहयोग राशि भी प्रदान की गई है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved