भोपाल। भाजपा संगठन और सरकार ने दो दिन पहले आदिवासी मंत्री बिसाहूलाल सिंह से महिलाओं को लेकर विवादित बयान देने पर न सिर्फ सार्वजनिक तौर पर माफी मंगवाई, बल्कि मंत्री को चेतावनी भी दी। यह मामला ठंडा नहीं हुआ उससे पहले मप्र सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल ने आदिवासियों के भगवान के रूप में पूजने जा रही क्रांतिकारी टंट्या मामा को लुटेरा बता दिया है। कमल पटेल यहीं नहीं रुके उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को टंट्या मामा का अवतार बता दिया। कहा कि जिस तरह से टट्या मामा अंगे्रजों को लूटकर गरीब कन्याओं का विवाह करवाते थे, उसी तरह मुख्यमंत्री अमीरों से टैक्स वसूलकर गरीबों की सेवा करते हैं। दोनों की कायशैली एक जैसी है।
टंटा न करा दे मंत्री का बयान
आगामी चुनाव को देखते हुए भाजपा इन दिनों आदिवासियों को साधने में जुटी है। इसके लिए हाल में बिरसा मुंडा जयंती पर राजधानी में बड़ा आयेाजन किया गया। अब क्रांतिक्रारी टंट्या भील के जन्मदिन पर भी यात्रा निकाली जा रही है। इसके लिए भाजपा नेता आदिवासी जिलों का लगातार प्रवास कर रहे हैं। टंट्या भील की जन्मस्थली खंडवा से कलश माटी यात्रा निकाली गई। यह यात्रा सोमवार को भीकनगांव पहुंची। यहां सभा में मंत्री पटेल ने यह बयान दिया। जननायक टंट्या भील गौरव कलश यात्रा की शुरुआत शनिवार को पंधाना के गांव बडौदा अहीर स्थित उनकी जन्मस्थली से हुई थी। यहां से गौरव यात्रा पूरा निमाड़ भ्रमण कर 4 दिसंबर को पातालपानी पहुंचेगी।
पातालपानी में होगा बड़ा आयोजन
4 दिसंबर को टंट्या भील की गौरव यात्रा इंदौर के पास पातालपानी पहुंचेगी। जहां बड़ा आयेाजन होगा। इस आयोजन में क्षेत्र के सभी बड़े आदिवासी नेता पहुंचेंगे। साथ ही टंट्या भील के परिवार के लोग भी शामिल होंगे। इस आयोजन की तैयारियां बड़े जोर-शोर से चल रही हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को इंदौर में संगठन के नेताओं के साथ इसको लेकर मंथन किया। इससे पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पातालपानी में होने वाले आयेाजन की तैयारियेां का मंथन किया था।
पटेल के विरोध में उतरी जयस
कमल पटेल के बयान में विरोध में जय आदिवासी युवा संगठन(जयस) भी विरोध में उतर आया है। जयस के नेता एवं कांग्रेस विधायक डॉ हीरालाल अलावा ने कहा कि पटेल ने टंट्या मामा को लुटेरा बताकर पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है। इसके लिए कमल पटेल को सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया तो आदिवासी समाज सड़क पर उतरेगा।
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