उज्जैन। कार्तिक मेले का उद्घाटन हुए 10 दिन बीत गए। इस बीच झूला व्यवसायियों के लिए चार बार नगर निगम के कर्मचारी ले आऊट डाल गए परंतु इसके बावजूद झूला व्यवसायियों को अभी तक झूले लगाने नहीं दिए जा रहे। कल मीना बाजार की दुकानों के आवंटन के लिए गोटियाँ डाली गईं, इसमें भी गड़बड़ी की चर्चा मेला व्यवसायियों में चल रही है। कुल मिलाकर मेले का एक तिहाई समय गुजरने के बावजूद न तो झूले लग पाए हैं और न ही दुकानें। उल्लेखनीय है कि 19 नवंबर को कार्तिक मेले का उद्घाटन नगर निगम के अधिकारियों ने कर दिया था। दावा किया गया था कि एक दिसंबर के पहले दुकानों के आवंटन से लेकर झूला प्रांगण में व्यवस्थित ले आऊट डालकर मेला सजा दिया जाएगा। जानकारी मिली है कि नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी पिछले एक हफ्ते में झूला क्षेत्र में चार बार ले आऊट डाल चुके हैं। परसों भी चौथी बार ले आऊट डाला गया।
20 से 30 वर्ग फीट जगह कम देने की शिकायत
कार्तिक मेले के झूला और मनोरंजन एरिया में हर साल बड़े झूले वालों को एक झूला लगाने के लिए नगर निगम द्वारा 60 बाय 60 वर्गफीट की जगह दी जाती थी। वहीं मौत का कुआ और अन्य मनोरंजन वालों को 70 बाय 70 की जगह दी जाती थी, परंतु इस बार नगर निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों ने 18 बड़े झूलों के लिए 40 बाय 40 वर्गफीट के दायरे में ले आऊट डाले हैं, जबकि मौत का कुआ के लिए 43 बाय 43 का स्थान दिया है। व्यवसायियों का कहना है कि इतनी कम जगह में झूले और मौत का कुआ खड़े तक नहीं हो पाएंगे।
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