नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में वायु प्रदूषण (Air Pollution) के कारण बंद किए स्कूल आज (सोमवार) से फिर से खुल (open schools) गए हैं. इसके साथ आज से वर्क फ्रॉम होम(work from home) करने वाले सरकारी कर्मचारी भी दफ्तर आएंगे. हालांकि प्रदेश में अभी भी पेट्रोल और डीजल से चलने वाले ट्रकों पर बैन (Ban on trucks running on petrol and diesel) है.
राजधानी में प्रदूषण बढ़ने (Air Pollution) के कारण 17 नवंबर से स्कूल-कॉलेज में आनलाइन क्लासेज चल रही थी. जिसके बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Environment Minister Gopal Rai) ने स्कूलों को 29 नवंबर से खोलने और सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्राम होम भी खत्म करने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि बढ़ते वायु प्रदूषण(Air Pollution) के कारण, राष्ट्रीय राजधानी ने कुछ दिन के लिए स्कूल, शैक्षणिक संस्थान और कार्यालय बंद कर दिए थे, लेकिन बीते कुछ दिनों से लगातार राज्य की वायु प्रदूषण के मामले में स्थिति में सुधार हो रहा है. जिसके बाद राहत दी गई है.
इस दौरान मंत्री ने सरकारी कर्मचारियों को सार्वजनिक वाहनों में यात्रा करने का सुझाव दिया है. ऐसे में उनके लिए विशेष बसों की व्यवस्था भी की गई है. वहीं 27 नवंबर से CNG और इलेक्ट्रिक ट्रकों को शहर में एंट्री की छूट दी जा चूकी है. हालांकि पेट्रोल और डीजल से चलने वाले ट्रकों पर आगामी 3 दिसंबर तक पाबंदियां पहले की तरह ही जारी हैं. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय प्रदूषण(Air Pollution) के मुद्दे को लेकर सोमवार दिल्ली सरकार के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. बैठक में दिल्ली में प्रदूषण को लेकर लगे प्रतिबंध को लेकर भी चर्चा की जाएगी, जिसके तहत निर्माण गतिविधियों और ट्रकों को लेकर लगी रोक लेकर निर्णय होगा. वहीं रविवार को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, “नए कोविड संस्करण के संदर्भ में, चिंता और भय दोनों महत्वपूर्ण हैं. सरकार भी नए वेरिएंट को लेकर चिंतित है. हमने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक बुलाई है. वहीं स्वास्थ्य विभाग व अन्य प्रशासनिक विभाग एक बार फिर हाई अलर्ट पर हैं. हमने सभी को सतर्क कर दिया है और उन्हें त्वरित गति से बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए कहा है.”