भोपाल। सरकार स्कूल शिक्षा विभाग कितना गंभीर है, इसका अंजादा इसी से लगाया जा सकता है कि विभाग को अपने शिक्षकों का ही अता-पता नहीं है। पिछले एक साल में विभाग अपने 20 हजार शिक्षकों शिक्षकों ही खोज-खबर नहीं ले पाया है। ये शिक्षक विभाग के पोर्टल से गायब है। पिछले साल ऐसे करीब 16 हजार शिक्षक थे। इस साल चार हजार संख्या और बढ़ गई है। 2020 में 16 हजार 215 शिक्षकों को विभाग तलाश नहीं कर पाया था।
पोर्टल नहीं खुलने के कारण भी अपडेट नहीं
शिक्षा पोर्टल पर हर शिक्षक की जानकारी अपलोड करनी थी, लेकिन नियमित शिक्षकों की जानकारी आइएफएमएस के जरिए अपलोड हो रही है, लेकिन अध्यापक संवर्ग से जो शिक्षा संवर्ग में शामिल हुए हैं उनका आइएफएमएस पोर्टल खुल नहीं रहा है। इस कारण प्रदेश के करीब 20 हजार शिक्षकों की जानकारी पोर्टल पर दर्ज नहीं है। साथ ही कई शिक्षकों के एम्प्लायी कोड जनरेट नहीं हुए हैं। इस कारण भी पोर्टल पर दर्ज नहीं हो रहा है।
शहरी क्षेत्रों में अतिशेष शिक्षकों की संख्या बढ़ी
पोर्टल पर शिक्षकों की जानकारी अपडेट न होने से शहरी क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों से शिक्षक स्थानांतरण कराकर आ गए हैं। इस कारण शहरी क्षेत्रों में अतिशेष शिक्षकों की संख्या बढ़ गई है। प्रदेश में करीब छह हजार अतिशेष शिक्षक हैं, जिन्हें अब तक पदस्थापना नहीं मिली है।
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