उज्जैन। अनलॉक के शुरुआती एक महीने उज्जैन रेलवे स्टेशन पर गिनती की ट्रेनें चल रही थीं। यात्री भी 1 हजार से कम आ जा रहे थे। यही संख्या अब बढ़कर 15 गुना हो गई है। पिछले चार महीनों में ट्रेनों की संख्या 22 से बढ़कर 64 तक पहुंच गई है जो रोज उज्जैन आ जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद भी उज्जैन स्टेशन पर सन्नाटा पसर गया था। हालांकि उस दौरान लगभग एक दर्जन ट्रेनें चल रही थीं। इसमें भी ज्यादातर ट्रेनें मालगाड़ी के रूप में थीं। अनलॉक के बाद जुलाई-अगस्त महीने तक उज्जैन स्टेशन पर लगभग 22 ट्रेनें यात्रियों को लेकर आने-जाने लगी थीं। उस दौरान स्टेशन पर रोज 500 से 900 यात्रियों का आवागमन हो रहा था। इसके बाद पिछले 3-4 महीने में केन्द्र सरकार ने ट्रेनों का आवागमन बढ़ाया। उज्जैन स्टेशन पर 15 नवंबर के पहले तक 62 ट्रेनें चलने लगी थीं, वहीं 15 नवंबर को उज्जैन फतेहाबाद रेलवे ट्रेक शुरू हो जाने के बाद दो मेमू ट्रेन और बढ़ गईं।
यात्री प्रतीक्षालय का नहीं निर्धारित हुआ चार्ज
रेलवे ने हाल ही में देश और प्रदेश के कुछ स्टेशनों पर बने सुविधा वाले यात्री प्रतीक्षालयों की दर वसूलने का निर्णय लिया है। जानकारी में आया है कि यात्री प्रतीक्षालय में ठहरने वाले प्रत्येक यात्री से रेलवे 20 रुपए शुल्क आरोपित कर कर सकता है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार उज्जैन स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर मौजूद यात्री प्रतीक्षालय में अभी भी यात्री आकर ठहर रहे हैं परंतु उनसे अभी कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा। मुख्यालय से शुल्क निर्धारण होने तथा आदेश के बाद ही यह लागू हो पाएगा।
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