25 दिन पहले शिकार करना कबूला, सुबह जब तेंदुआ नहीं उठा तो पेड़ से उतरा
इंदौर। तेंदुए (Leopard) की खाल (skin) और नाखून (nail) के साथ गिरफ्तार (arrested) तस्कर (smuggler) ने रिमांड (remand) पर कबूला कि उसने 25 दिन पहले तेंदुए का शिकार (hunting) किया। उसने पहले एक बछड़ा मारा और पेड़ के नीचे पटक दिया। इसके बाद पेड़ पर मचान बनाकर बैठ गया। रात में तेंदुआ (Leopard) आया तो उसे गोली मार दी और सुबह तक पेड़ पर बैठा रहा। जब तेंदुआ नहीं उठा तो फिर ब्लेड से उसकी खाल निकाली और मांस व हड्डियां घर के पास एक गड्ढे में गाड़ दीं।
खुड़ैल थाना प्रभारी महेंद्रसिंह भदौरिया (khudail station in-charge Mahendra Singh Bhadauria) ने बताया कि पुलिस (police) ने तेंदुए (Leopard) के शिकार के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था। ये सभी पुलिस रिमांड पर हैं। आरोपी चंपालाल कनौज ने कबूला है कि उसने घर के पास ही पठारीपाला में 25 दिन पहले गोली मारकर तेंदुए (Leopard) का शिकार किया था। उसने किस तरह तेंदुए को मारा यह भी बताया। बात में खाल बेचने के लिए बाकी लोगों से संपर्क किया।
एक बोरा हड्डियां जांच के लिए भोपाल और सागर भेजेंगे
भदौरिया ने बताया कि उसके घर के पास गड्ढे से पुलिस (police) ने एक बोरा वन्य प्राणियों की हड्डियां जब्त की हैं। इनको जांच के लिए भोपाल और सागर की लैब भेजा जा रहा है। आशंका है कि उसने कुछ और अन्य वन्यप्राणियों का भी शिकार किया है। जांच रिपोर्ट के बाद इसका खुलासा होगा।
नदी में बहकर आया था हिरण, मारकर खा गया
आरोपी चंपालाल पहले भी हिरण के शिकार के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। उससे जब हिरण के शिकार के बारे में पूछताछ की तो बोला कि नदी में एक हिरण बहकर आ गया था। उसे उसने मारा और साथियों के साथ मिलकर खा गया। इस मामले में वह पकड़ा गया था और अभी केस चल रहा है।
बंदूक पिता की थी, वह नहीं रहे
पुलिस (police) ने जब उससे बंदूक का लाइसेंस मांगा तो बोला कि यह बंदूक उसके पिता की है, जिनका एक साल पहले निधन हो गया। पुलिस ने बंदूक जब्त कर उसके खिलाफ आम्र्स एक्ट का भी केस दर्ज किया है।
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