नई दिल्ली। दुनिया में कोका कोला (Coca Cola Lovers) के करोड़ों दीवाने हैं. गर्मी हो या सर्दी, हर मौसम में लोग कोक पीते(drink coke) हैं. इस वजह से कोका कोला(Coca Cola ) के शौकीनों को इस सॉफ्ट ड्रिंक से बहुत प्यार है. कोका कोला(Coca Cola ) की मार्केट जबरदस्त है. पूरी दुनिया में कोक (coke) की बिक्री काफी ज्यादा है मगर क्या आप जानते हैं कि पूरी दुनिया में बिकने वाला कोका कोला(Coca Cola ) सिर्फ दुनिया के 2 देशों (coca cola does not sell in 2 countries) में नहीं बिकता है.
1886 में फार्मसिस्ट जॉन पंबर्टन (Dr. John S. Pemberton) ने कोका-कोला को मार्केट में इंट्रोड्यूस किया था. सॉफ्ट ड्रिंक की जो ओरिजनल रेसिपी थी उसमें एलकोहॉल मिलाया जाता था और उसे सोडा फाउंटेन स्टोर में दवा की तरह बेचा जाता था. माना जाता था कि वो सिर दर्द, सीने में जलन और चक्कर जैसी समस्याओं का निवारण करता है. इसके बाद एटलांटा के बिजनेसमैन असा कैंडलर ने पंबर्टन के बिजनेस को ले लिया और ड्रिंक के फॉर्मुला में बदलाव कर दिया. साल 1892 में कोका कोला कंपनी बनी. कंपनी ने स्प्राइट, फैंटा आदि जैसी बीवरेज को भी शुरू किया मगर कोका कोला का क्रेज सबसे ज्यादा रहा.
नॉर्थ कोरिया में भी है कोका कोला बिकने पर रोक
1950 से 1953 के बीच कोरियाई युद्ध जारी था. इस वजह से यूनाइटेड स्टेट्स ने नॉर्थ कोरिया (North Korea) पर ट्रेड सैंक्शन जारी कर दिया. जब 1980 में नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया पर बम बरसा दिया तब से अमेरिका ने और भी ज्यादा सख्त कानून बना दिए जिसके बाद कोई भी अमेरिकी कंपनी नॉर्थ कोरिया में ऑपरेट नहीं करती है. म्यांमार और वियतनाम में भी काफी वक्त तक कोका कोला नहीं बिकता था मगर वहां 2012 और 1994 में रोक हटा दी गई थी.
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