इंदौर। क्राइम ब्रांच (crime branch) ने कल तेंदुए (Leopard) की खाल और नाखून के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से तेंदुए (Leopard) का शिकार करने वाला देवास जिले (Dewas District) के एक विधायक (MLA) का भानजा निकला। बताते हैं कि उसके घर से कुछ और जानवरों की हड्डियां भी बरामद हुई हैं, जिसके चलते एक बड़े रैकेट का खुलासा होने की उम्मीद है। बताते हैं कि वह अपने गांव में शिकारी के नाम से जाना जाता है।
कल क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने 70 लाख में तेंदुए (Leopard) की खाल और नाखून का सौदा कर रहे चंपालाल निवासी देवास, शाहरुख, अहमद राज, यासिन और सलीम (Dewas, Shahrukh, Ahmed Raj, Yasin, Salim) को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उनके पास से खाल और नाखून बरामद किए थे। आरोपी चंपालाल ने बताया था कि उसने पठारीपाला गांव (Patharipala Village) में बंदूक से तेंदुए का शिकार किया था। ब्लेड से काटकर उसकी खाल और नाखून अलग कर लिए थे, जबकि बाकी हिस्सा घर के पास ही जमीन में गाड़ दिया था। पुलिस टीम ने जब वहां खुदाई की तो कई तरह की हड्डियां मिलीं। इसके चलते पुलिस को अंदेशा है कि वह कई जानवरों का शिकार कर चुका है। वह हिरण के शिकार के मामले में पहले पकड़ा भी जा चुका है। इसके चलते उसे गांव में लोग शिकारी के नाम से जानते हैं। वह देवास जिले के एक विधायक (MLA) का भानजा है। यह विधायक नेता बनने से पहले पुलिस में थे। बाद में नौकरी छोडक़र नेता बने। इंदौर में भी पदस्थ रहे हैं।
एक माह में तेंदुए के शिकार के दो मामले
आसपास (Hospital) के जिलों में शिकारी किस तरह सक्रिय हैं इसका प्रमाण यह है कि कुछ दिन पहले एसटीएफ और वन विभाग (STF, Forest Department) की टीम ने तेंदुए (Leopard) की खाल और नाखून के साथ एक गिरोह को पकड़ा था। इस गिरोह ने आलीराजपुर (Alirajpur) के कट्ठीवाडा में गोली मारकर तेंदुए का शिकार किया था। दूसरा मामला क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने पकड़ा। इन लोगों ने देवास जिले के पठारीपाला गांव में बंदूक से तेंदुए का शिकार किया। इससे पता चलता है कि आसपास के जिलों में शिकारी सक्रिय हैं और तेंदुओं को निशाना बना रहे हैं। इंदौर में भी कुछ साल पहले सिंहासा से वन विभाग ने एक तेंदुए का रेस्क्यू किया था। उसके पांव में भी फंदा मिला था। वन विभाग की टीम नहीं पहुंचती तो उसका भी शिकार हो जाता।
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