जयपुर । राजस्थान (Rajasthan) में अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) की नई टीम का ऐलान कर दिया गया है. शनिवार की देर रात नए मंत्री बनाए जाने वाले विधायकों (MLAs) के नाम की सूची जारी कर दी गई है. इसके अनुसार 11 विधायकों को मंत्री बनाया जा रहा है. इसके अलावा पहले के तीन मंत्रियों को प्रमोट किया जा रहा है. नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम रविवार की शाम को राजभवन में होगा. शनिवार की शाम को कैबिनेट की बैठक के बाद अशोक गहलोत कैबिनेट के सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल से मुलाकात की. मुलकात के बाद नए नामों की सूची देर रात जारी कर दी गई.
गौरतलब है कि राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच सियासी मतभेद सामने आने के बाद से ही सरकार में अस्थिरता की स्थिति बनी है. इस बीच कभी मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने की चर्चा तो कभी कैबिनेट में सचिन पायलट गुट के विधायकों को तवज्जो देने की चर्चा होती रही. बीते सप्ताह भर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी से अलग-अलग समय में मुलाकात की. इसके बाद कैबिनेट विस्तार करने पर मुहर लगी. बीते शुक्रवार को राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन के दिल्ली से जयपुर आने के बाद कैबिनेट विस्तार की पुष्टि हुई. फिर शनिवार को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मंत्रियों के इस्तीफे लिए गए और नए मंत्रियों के नाम की सूची जारी की गई.
जानें- आज मंत्री की शपथ लेने जा रहे विधायकों की डिटेल
विश्वेंद्र सिंह
-तीन बार के विधायक हैं और कैबिनेट मंत्री रह चुके विश्वेन्द्र सिंह सचिन पायलट खेमा का प्रमुख चेहरा हैं.
-सियासी संकट के दौरान मंत्री पद छोड़ना पड़ा था.
-सियासी संकट के दौरान दिया था पायलट का साथ.
-अब फिर से मंत्रिमंडल में शामिल होंगे.
-भरतपुर की डीग-कुम्हेर सीट से विधायक हैं-
हेमाराम चौधरी
-छह बार के विधायक हैं और पूर्व में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं हेमाराम चौधरी.
-बाड़मेर की गुडामालानी सीट से विधायक हैं-
– सचिन पायलट खेमे से ताल्लुक रखते हैं हेमाराम.
महेन्द्रजीत सिंह मालवीया
-वागड़ में बीटीपी के प्रभाव को कम करने के लिए मिला कैबिनेट मंत्री पद.
-पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान भी कैबिनेट मंत्री थे मालवीया.
-ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग का था जिम्मा.
-तीन बार के विधायक हैं और पूर्व में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं मालवीय.
-बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा सीट से हैं विधायक.
-पार्टी का बड़ा आदिवासी चेहरा है मालवीय.
-बांसवाड़ा-डूंगरपुर में बीटीपी के प्रभाव को देखते हुए मालवीय को बड़ी जिम्मेदारी.
रामलाल जाट
-चार बार के विधायक है और पूर्व में मंत्री रह चुके हैं रामलाल जाट.
-भीलवाड़ा की मांडल सीट से विधायक है रामलाल जाट.
-सीएम अशोक गहलोत के करीबी हैं रामलाल.
डॉ महेश जोशी
-दो बार के विधायक हैं और पूर्व में लोकसभा सांसद रह चुके हैं जोशी.
-अभी मुख्य सचेतक की भूमिका में हैं जोशी.
-जयपुर की हवामहल सीट से हैं विधायक.
-अभी कैबिनेट मंत्री का है जोशी के पास दर्जा
-अब सीधे कैबिनेट मंत्री के तौर पर होंगे मंत्रिमंडल में शामिल
रमेश मीणा
-करौली के सपोटरा से तीन बार के विधायक हैं रमेश मीणा.
-पूर्व में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.
-सियासी संकट के दौरान मंत्री पद छोड़ना पड़ा था.
-पायलट खेमे से फिर से मंत्रिमंडल में होंगे शामिल.
ममता भूपेश बैरवा
-अभी महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री हैं ममता भूपेश।
-दौसा जिले की सिकराय विधानसभा सीट से हैं विधायकण.
टीकाराम जूली
-अभी श्रम राज्य मंत्री थे टीकाराम जूली.
-अलवर ग्रामीण सीट से विधायक हैं टीकाराम जूली.
भजन लाल जाटव
-अभी गृह रक्षा राज्य मंत्री थे भजन लाल जाटव.
-भरतपुर जिले की वैर विधानसभा सीट से हैं विधायक.
गोविंद राम मेघवाल
-बीकानेर के खाजूवाला से दो बार के विधायक है मेघवाल.
-प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष भी है मेघवाल.
-मास्टर भंवरलाल मेघवाल की जगह गोविंदराम मेघवाल को देखा जा रहा.
शकुंतला रावत
-अलवर के बानसूर विधानसभा सीट से 2 बार की विधायक हैं शकुंतला रावत.
-महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय महासचिव रह चुकी है.
-महिला चेहरे के तौर पर मंत्रिमंडल में शामिल.
जाहिदा खान
-भरतपुर की कामा विधानसभा सीट से विधायक है जाहिदा खान.
-पूर्व में जाहिदा खान रह चुकी है संसदीय सचिव.
-कद्दावर नेता रहे तैयब हुसैन की पुत्री है जाहिदा खान.
बृजेंद्र सिंह ओला
-तीन बार के विधायक हैं और पूर्व में मंत्री रह चुके हैं ओला.
-पायलट खेमे से मंत्रिमंडल में शामिल.
-कद्दावर नेता रहे स्वर्गीय शीशराम ओला के पुत्र हैं बृजेंद्र सिंह ओला.
मुरारी लाल मीणा
-पायलट खेमे से मंत्री के तौर पर शामिल.
-तीन बार के विधायक हैं और पूर्व में भी मंत्री रह चुके हैं मुरारी लाल मीणा.
राजेन्द्र सिंह गुढ़ा
-बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़े और जीते, लेकिन पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए.
– कांग्रेस की पिछली सरकार में भी अशोक गहलोत सरकार के मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं.
– झूझूनु जिले की उदयपुरवाटी सीट से विधायक हैं, अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं.
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