भोपाल। होशंगाबाद जिला मध्य भारत का सबसे बड़ा पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा। आत्मनिर्भर मप्र अभियान के तहत एक जिला एक उत्पाद के तहत जिले के चयन टूरिज्म डेस्टिनेशन के लिए किया गया है। जिसके तहत यहां अब प्रतिदिन मां नर्मदा की आरती होगी और पचमढ़ी उत्सव की जगह अब पचमढ़ी बायोडायवर्सिटी उत्सव होंगे। प्राकृतिक सौंदर्यता और धार्मिक केंद्रों के नाम से प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम (होशंगाबाद) को पर्यटकों आकर्षित करने विकसित किया जाएगा। कलेक्टर नीरज सिंह ने दो महीनों के भीतर ही होशंगाबाद को टूरिस्ट स्पॅाट बनाने की अपार संभावनाएं तलाश ली हैं। जिले में पर्यटन को प्रमोट करने के उद्देश्य से प्रशासन ने एकीकृत टूरिज्म प्लान बनाया गया है। इन केंद्रों को टूरिज्म फ्रेंडली बनाया जाएगा, साथ ही यहां तक जाने वाले मार्गो को भी विकसित किया जाएगा। जिससे विदेशों व दूरस्थ राज्यों से आने वाले सैलानियों को एक अविस्मरणीय, अच्छा अनुभव प्राप्त हो सके। कलेक्टर ने कहा अभी यह प्रस्तावित प्लान बनाया जा रहा है। जिस पर आगे कार्य होगा।
सरकार से नहीं लेना बढ़ेगा बजट
कलेक्टर सिंह ने बताया कि आत्मनिभर मप्र के तहत होशंगाबाद में पर्यटन सुविधाएं बढ़ाने के लिए पूरी कार्ययोजना तैयार है। इस कार्ययोजना पर एक साल के भीतर काम करने का लक्ष्य है। अगले महीने से काम शुरू हो जाएगा। खास बात यह है कि विकास के लिए राज्य सरकार से अतिरिक्ति बजट नहीं लेना होगा। जिले में संचालित येाजनाओं से ही पूरा किया जाएगा। एमपी टूरिज्म बोर्ड जिन कामों के लिए अनुदान देता है। उससे काम कराए जाएंगे। स्टे होम के लिए जिला प्रशासन जमीन देगा।
जहां जाओ वहां पर्यटन स्थल
कलेक्टर सिंह ने बताया कि होशंगाबाद में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। जहां जाओ वहां पर्यटन स्थल है। बस उन्हें संभारने और पर्यटकों की दृष्टि से विकसित करने की जरूरत है। पचमढ़ी, मढ़ई, एवं तवा जैसे प्राकृतिक टूरिज्म स्पॉट्स में संचालित गतिविधियों के अलावा अन्य पर्यटन संबंधी गतिविधियां प्रस्तावित की गई हैं। होशंगाबाद का सेठानी घाट अपने आप में प्रसिद्ध है। चंपक लेक में वॉटर स्पोट्र्स, कैंपिंग सुविधा के अलावा मोस्ट डिफिकल्ट मैराथन हो सकेंगे। जो पचमढ़ी से होते हुए मटकुली तक होगी। इसे अंतरराष्ट्रीय मैराथन कैलेंडर में शामिल करने के प्रयास किए जाएंगे। हर्बल पार्क घाट को डेवलप कर जॉगर्स पार्क के रूप में बनाया जाएगा। व्यू प्वाइंट का भी विकास होगा। सलकनपुर देवी धाम, होशंगाबाद एवं बांद्राभान धार्मिक केंद्र को एकीकृत सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा। आजमगढ़ रॉक व तिलक सिंदूर धार्मिक केंद्र टूरिस्ट सर्किट से जुड़ेंगे।
होशंगाबाद में पर्यटन की सबसे ज्यादा संभावनाएं है। विकास का रोडमैेप तैयार है। अगले महीने से काम शुरू हो जाएगा। जिसे अगले एक साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है। इसके लिए हमें राज्य शासन से अतिरिक्त बजट नहीं लेना पड़ेगा। जिले के पूरे पर्यटन स्थल और पर्यटक सुविधाएं एप पर आ जाएंगी।
नीरज सिंह, कलेक्टर, होशंगाबाद
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