इंदौर। मौसम (Season) का मिजाज हवा की गति के साथ बदलता है। एक बार फिर कल शाम को दक्षिण (south) की हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी (bay of bengal) में बने चक्रवात का असर मालवा-निमाड़ (Malwa-Nimar) के मौसम में नजर आया। आज सुबह इंदौर (Indore) का आसमान बादलों से पटा रहा। इसके साथ ही ठंडी हवाओं की सरसराहट भी महसूस की गई।
नवंबर (November) के तीसरे सप्ताह में मौसम में आए बदलाव ने मावठे के संकेत दे दिए हैं। कल मंदसौर, धार और इंदौर के देपालपुर, बेटमा, मानपुर क्षेत्र (Mandsaur, Dhar, Depalpur, Betma, Manpur region of Indore) में कुछ जगह तेज और मध्यम बारिश हुई। इसके बाद से रात में अनेक जगह हलकी बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ। इंदौर में भी रात 11 और आज सुबह 6 बजे बूंदाबांदी हुई। सुबह से ही आसमान बादलों से पटा हुआ है। मौसम में आए बदलाव के कारण ठंड की सरसराहट महसूस की जा रही है। मौसम वैज्ञानिकों (meteorologists) की मानें तो आने वाले तीन से चार दिन तक बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात का असर इंदौर (Indore) सहित पूरे मालवा में रहेगा। इसमें हलकी बारिश और बूंदाबांदी के आसार बने रहेंगे। तापमान की बात करें तो बादलों के कारण दिन का तापमान 29 और रात का 30 डिग्री यानी सामान्य बताया जा रहा है, पर आसपास के क्षेत्रों में बारिश और बूंदाबांदी के चलते ठंडी हवाओं का असर महसूस किया जा रहा है।
बादल छंटते ही कोहरे का असर
इस मौसम में भी मावठे की सक्रियता रहती है। तीन-चार दिन में जब भी बादल छंटते हैं तो कोहरे की चादर प्रकृति को खुशनुमा बनाती है। जल्द ही इस प्रकार का नजारा अब इंदौर (Indore) में देखने को मिलने वाला है।
किसानों के चेहरे दमके
रबी सीजन (Rabi Season) में मावठे के आसार होने से किसानों (Farmers) के चेहरे पर उम्मीद जाग जाती है कि इस सीजन की बारिश भी फसलों के लिए एक पानी का काम एक साथ कर देती है। इससे उत्पादन बेहतर आता है।
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