भोपाल । भोपाल (Bhopal) स्थित देश के पहले वर्ल्ड क्लास हबीबगंज स्टेशन (Habibgang Station) का नाम बदले जाने के बाद अब हबीबगंज थाने का नाम बदलने की मांग (Name Change Politics) उठने लगी है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान के बाद नाम बदलने की अटकलें भी शुरू हो गई हैं.
हबीबगंज थाने का नाम हबीबगंज स्टेशन इलाके में होने की वजह से ही पड़ा था. यह राजधानी भोपाल का पहला मेट्रो स्टेशन है. इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था. 27 जुलाई 2009 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश के तत्कालीन गृह मंत्री जगदीश देवड़ा की मौजूदगी में हबीबगंज थाने की नयी इमारत का लोकार्पण किया गया था. इसे शुरू से हबीबगंज थाने के नाम से ही जाना जाता रहा है. लेकिन अब जबकि हबीबगंज स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति कर दिया गया है तो थाने का नाम बदलने की भी मांग उठने लगी है.
क्या कहा गृहमंत्री ने ?
दरअसल कुछ संगठनों की ओर से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को हबीबगंज थाने का नाम बदलने के सिलसिले में ज्ञापन दिया गया है. इस पर जब गृहमंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा उनके पास ऐसा प्रस्ताव आया है. ये एक ऐसा विषय है जिस पर विचार किया जाएगा. उनके कहने के यही मायने निकाले जा रहे हैं कि हो सकता है कि हबीबगंज थाने का नाम भी बदला जा सकता है.
हबीबगंज स्टेशन का नाम बदला गया
हबीबगंज स्टेशन के वर्ल्ड क्लास बनाए जाने के बाद 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका लोकार्पण किया है. ठीक उससे पहले इसका नाम बदलकर रानी कमलापति कर दिया गया. मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग की ओर से एक प्रस्ताव केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा गया था जिसे तुरंत मंजूरी भी मिल गई. उसके बाद फौरन नाम को बदलकर रानी कमलापति कर दिया गया.
नाम गुम जाएगा…
उधर शहर के ईदगाह हिल्स का नाम नानक टेकरी करने की मांग जारी है. गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व की पूर्व संध्या पर यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ये मांग उठायी. यहां गुब्बारे छोड़ने और घरों की नेमप्लेट बदलने की मांग की.
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