भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के पर्यटन स्थलों (Tourist Places) पर तिलक और फूल माला पहनने से लेकर ऑटो, टैक्सी और गाइड (Auto, Taxi & Guide) की भूमिका में अब सिर्फ महिलाएं ही नजर आएंगी। मध्यप्रदेश को महिला पर्यटकों (Female Tourists) की सुरक्षा को विशेष ध्यान में रखते हुए एमपी टूरिज्म विभाग (MP Tourism Department) करीब 10 हजार स्थानीय महिलाओं को रोजगार के अवसर देने जा रहा है। गुरुवार को भोपाल के मिंटो हाल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान पर्यटन विभाग ने टूरिज्म बोर्ड, पुलिस विभाग और परियोजना की तकनीकी सहायक संस्था UN Women के साथ MOU भी किया गया। इसके तहत 4 हजार महिलाओं को सेल्फ डिफेंस (Self Defense) की ट्रेनिंग दी जाएगी।
50 पर्यटन स्थलों पर आत्मरक्षा की ट्रेनिंग
प्रमुख सचिव पर्यटन और प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल विकसित करना अपने आप में अनूठी परियोजना है। मध्यप्रदेश इसके क्रियान्वयन में अग्रणी भूमिका निभाएगा। यह समाज के लिए आवश्यक परियोजना है। पर्यटन के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में अधिक से अधिक महिला कर्मचारी रखे जाएंगे। विकसित किए जा रहे 50 पर्यटन स्थलों पर करीब 4 हजार महिलाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
आधारभूत संरचनात्मक ढांचे की जरूरत
इस दौरान यूएन वूमेन की भारत की प्रतिनिधि सुजेन जेन फर्गुसन ने कहा कि महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाने के लिए एक ओर जहां हमें सामाजिक संवेदनशीलता और नीतिगत निर्णयों के लिए पैरवी करना होगा, वहीं आधारभूत संरचनात्मक ढांचे को भी बेहतर बनाना होगा। इस परियोजना में ये दोनों ही कार्य मप्र शासन कर रहा है। इस परियोजना की संकल्पना को शुरुआत में ही वल्र्ड ट्रेवल मार्ट, लंदन द्वारा पुरस्कृत कर विश्वव्यापी पहचान मिल चुकी है। इस अवसर पर यूएन वूमेन की जेंडर रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस टीम लीडर अंजू दुबे पांडेय विशेष पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण ) अरुणा मोहन राव समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
20 संकुल में 50 पर्यटन स्थल
इस परियोजना का मूलभूत उद्देश्य पर्यटन स्थलों पर स्थानीय समुदाय और महिलाओं की भागीदारी से पर्यटन स्थलों को महिलाओं के लिए सुरक्षित व अनुकूल बनाना है। इस परियोजना में राज्य के 20 संकुलों (क्षेत्रों) के अंतर्गत 50 पर्यटन स्थलों में परियोजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। इसमें चंबल, पचमढ़ी, शहडोल, खजुराहो, चंदेरी, दतिया, सांची, उज्जैन बुरहानपुर आदि पर्यटन स्थल और जिले शामिल हैं। परियोजना में टूरिज्म बोर्ड, महिला एवं बाल विकास, गृह विभाग, नगरीय विकास एवं आवास विभाग, परिवहन विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्रामीण विकास विभाग के प्रयासों से महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल विकसित करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
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