भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (Rani Kamlapati Railway Station) को देश को समर्पित कर दिया. देश के इस पहले वर्ल्ड क्लास स्टेशन (world class station) को उन्होंने पूरे देश के लिए गौरव बताया. पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि आने वाले समय में देश के 200 स्टेशन इसी तर्ज पर डेवलप किए जाएंगे.
पीएम मोदी (PM Modi) ने अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित देश के पहले वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन(world class station) का लोकार्पण किया. इसी के साथ इंदौर- उज्जैन-इंदौर मेमू ट्रेन(Indore-Ujjain-Indore MEMU Train) का भी शुभारंभ किया. साथ ही उज्जैन फतेहगढ़ चंद्रावतीगंज ब्रॉडगेज रेल खंड (Ujjain Fatehgarh Chandravatiganj Broad Gauge Rail Section) और भोपाल बरखेड़ा रेलखंड की तीसरी लाइन(3rd line of Bhopal Barkheda railway line) की शुरुआत की. पीएम मोदी (PM Modi) ने रानी कमलापति स्टेशन के लोकार्पण कार्यक्रम में कहा 7 साल पहले रेलवे स्टेशन प्रस्ताव फाइलों में दौड़ा करते थे. समीक्षा में पता चला कि अतीत 40 साल पुराने रेलवे से जुड़े प्रस्ताव अभी भी फाइलों में ही दौड़ रहे हैं. इस व्यवस्था को बदलने का काम शुरू हुआ है.
200 स्टेशन डेवलप होंगे
पीएम मोदी ने रानी कमलापति स्टेशन की शुरुआत को अभूतपूर्व बताया. प्रधानमंत्री ने कहा स्टेशन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यात्रियों को आवाजाही में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा. मेट्रो से जरिए स्टेशन को जोड़ा गया है. पार्किंग की भी बेहतर सुविधाएं हैं. सैकड़ों यात्री एक साथ यहां इकट्ठा हो सकेंगे. पीएम ने कहा- इसी तरह से देश भर में आने वाले दिनों में 200 स्टेशनों को डिवलप किया जाएगा.
एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं यहां मिलेगी
पीएम मोदी ने कहा – रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर यहां भारतीय रेलवे का पहला सेंट्रल कॉन्कॉर्स बनाया गया है. भारत कैसे बदल रहा है, सपने कैसे सच हो सकते हैं, ये देखना हो तो आज इसका एक उत्तम उदाहरण भारतीय रेलवे भी बन रहा है. उन्होंने तंज कसा- 6-7 साल पहले तक, जिसका भी पाला भारतीय रेल से पड़ता था, वो उसे कोसते हुए ज्यादा नजर आता था. पहले लोग इंडियन रेलवे को कोसते थे. सामान चेन से बांध कर रखते थे. गंदगी रहती थी लेकिन अब ऐसा नहीं है.
अब सीन बदल गया है
पीएम मोदी ने याद किया कि स्टेशन पर भीड़-भाड़, गंदगी, ट्रेन के इंतज़ार में घंटों की टेंशन, स्टेशन पर बैठने-खाने-पीने की असुविधा, ट्रेन के भीतर गंदगी, सुरक्षा की चिंता, दुर्घटना का डर ये सब कुछ एक साथ दिमाग में चलता रहता था. लोगों ने स्थितियों के बदलने की उम्मीद तक छोड़ दी थी. लेकिन जब देश ईमानदारी से संकल्प सिद्धि के लिए जुटता है तो सुधार आता है परिवर्तन होता है, ये हम बीते सालों से निरंतर देख रहे हैं.
संकल्प सिद्धि का समय
आज का भारत, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए रिकॉर्ड इन्वेस्टमेंट तो कर ही रहा है, ये भी सुनिश्चित कर रहा है कि प्रोजेक्ट्स में देरी ना हो. किसी तरह की बाधा ना आए. हाल में शुरू हुआ पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान, इसी संकल्प की सिद्धि में देश की मदद करेगा. एक ज़माना था, जब रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को ड्रॉइंग बोर्ड से ज़मीन पर उतरने में सालों-साल लग जाते थे. लेकिन आज भारतीय रेलवे में जितनी अधीरता नए प्रोजेक्ट्स की प्लानिंग की है, उतनी ही गंभीरता उन्हें समय पर पूरा करने की है.
रामायण सर्किट ट्रेन और चलेंगी
पीएम मोदी ने कहा कि अब 2500 किलोमीटर लाइन बनती है जबकि पहले यह 1500 होती थी. जब रामायण सर्किट ट्रेन शुरू की गई तो इसको लेकर जबरदस्त लोगों में उत्साह मिला इस तरह की ट्रेन अलग-अलग हिस्सों से शुरू की जाएंगी.
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