इंफाल। 46वीं असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर (CO) और उनके परिवार के काफिले पर शनिवार को चुराचांदपुर जिला के बेहियांग के सेहकेन गांव के पास आतंकदियों (terrorists) के हमले में सात लोगों की मौत हो गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस कायराना हमले पर कहा है कि देश ने 46वीं एआर के सीओ और उनके परिवार के दो सदस्यों सहित चार बहादुर सैनिकों को खो दिया है। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि 46वीं एआर के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की वह निंदा करते हैं। राज्य बल और अर्धसैनिक बल उग्रवादियों को पकड़ने के लिए पूरी मुश्तैदी से जुटे हुए हैं। दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार सीओ त्रिपाठी शुक्रवार को भारत-म्यांमार सीमाई इलाके में स्थित एआर के बेहियांग-म्यांमार पोस्ट का दौरा करने के बाद रात को वहीं रुके थे। शनिवार सुबह करीब 10 बजे वापस लौट रहे थे। इसी दौरान उनके काफिले पर उग्रवादियों ने घात लगाकर लगभग 10:30 बजे हमला कर दिया।
हमले में सीओ त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। हमले में सीओ की त्वरित प्रतिक्रिया टीम (क्यूआरटी) के चार और सैनिक शहीद हो गए हैं। हमले के बाद इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। सुरक्षा बल इलाके को घेरकर सघन तलाशी अभियान चला रहे हैं।
चुराचांदपुर के पुलिस अधीक्षक (आईपीएस) शिवानंद सुर्वे और बेहियांग के ओसी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी।
यह पहली बार है जब किसी आतंकवादी समूह ने सेना के जवानों के परिवार के सदस्यों को भी निशाना बनाया है। यह कायराना हरकत है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सुरक्षाबलों ने बम बनाने वाली सामग्री की बड़ी खेप जब्त की है। इससे यह पता चलता है कि घाटी स्थित क्षेत्र में आतंकवादी सक्रिय हैं। एजेंसी/हिस
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