इंदौर। निजी अस्पतालों (private hospitals) को तो नोटिस (notice) थमाने के साथ निगम ने दो नर्सिंग होम (nursing home) के प्रशासनिक कक्षों पर ताले लगाकर उन्हें सील भी कर दिया। मगर मजे की बात यह है कि एक भी सरकारी अस्पताल (government hospital) के पास फायर एनओसी (fire NOC) नहीं है। निगम ने 40 से अधिक निजी अस्पतालों (private hospitals) को नोटिस (notice) थमाए हैं।
सरकारी अस्पतालों में जहां इलाज की ही व्यवस्था नहीं है, तो फायर सेफ्टी के साधन कैसे होंगे..? अभी कोविड (covid) के चलते अवश्य कुछ अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ी है, मगर भोपाल (Bhopal) में हुए अग्निकांड के चलते सभी अस्पतालों में फायर सेफ्टी के इंतजाम प्रशासन और निगम द्वारा करवाए जा रहे हैं। हालांकि इंदौर के किसी भी सरकारी अस्पताल के पास फायर एनओसी नहीं है। वहीं निजी अस्पतालों (private hospitals) पर अवश्य कढ़ाई की जा रही है। कल मयूर हॉस्पिटल रिंग रोड (mayur hospital ring road) एवं एसएनजी हॉस्पिटल (sng hospital) नाथ मंदिर रोड में फायर सेफ्टी (fire safety) के मापदंड अनुसार इंतजामों का अवलोकन किया गया निरीक्षण के दौरान मयूर हॉस्पिटल एवं एसएनजी हॉस्पिटल में फायर सेफ्टी के पुख्ता इंतजाम नहीं मिले, वहीं फायर सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट (audit report) भी उपलब्ध नहीं हो सकी।
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