मास्को। पश्चिम एशिया (West Asia) के हजारों प्रवासियों के बेलारूस (Belarus) पार कर पोलैंड (Poland) के सीमा पर पहुंच जाने से यूरोप में युद्ध (Warning) के हालात बनते जा रहे हैं। उन्हें रोकने के लिए पोलैंड ने बॉर्डर (border) पर हजारों सैनिक तैनात कर दिए हैं। वहीं अपने दोस्त बेलारूस के समर्थन में अब रूस (Russia) भी मैदान में उतर आया है। पोलैंड और बेलारूस (Poland- Belarus Conflict) के बीच पनपे तनाव के बीच रूस ने अपने सैकड़ों सैनिक बेलारूस (soldier Belarus) भेजे हैं। ये सैनिक वहां पर बेलारूस की सेना के साथ एक संयुक्त युद्धाभ्यास में भाग लेंगे। रूसी (Russia) रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने कहा कि संयुक्त युद्धाभ्यास में भाग लेने के लिए रूसी पैराट्रूपर भारी मालवाहक विमान से बेलारूस के गोडनो क्षेत्र में उतरे।
बेलारूस की सेना ने कहा कि इस ज्वॉइंट वॉर एक्सरसाइज का मकसद ‘बेलारूस बॉर्डर’ पर बदले हालात को देखते हुए वहां पर तुरंत जवाबी कार्रवाई की तैयारी को परखना है। इस एक्सरसाइज में बेलारूस के एयर डिफेंस, हेलीकॉप्टर गनशिप, पैरा कमांडो समेत सैकड़ों सैनिक भाग लेंगे। रूस ने इसी हफ्ते अपने परमाणु सक्षम बमवर्षक भी पैट्रोलिंग मिशन पर बेलारूस भेजे थे। न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में रूस (Russia) के उप राजदूत दमित्री पोलैंस्की ने पोलैंड -बेलारूस (Poland- Belarus Conflict) सीमा पर भारी सैन्य जमावड़े के जवाब में ये उड़ानें बेलारूस पहुंची हैं। बेलारूस (Belarus) के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए यूरोपीय संघ (EU) ने उस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगा रखे हैं। (EU) का आरोप है कि आर्थिक प्रतिबंधों का बदला लेने के लिए बेलारूस ने जानबूझकर सीरिया, इराक और अफगानिस्तान समेत पश्चिम एशिया के आए हजारों लोगों को अपनी सीमा में दाखिल होने दिया। इसके बाद उन लोगों को सुरक्षित तरीके से पोलैंड (Poland) बॉर्डर तक पहुंचा दिया।
बेलारूस ने EU के इन आरोपों से साफ इनकार किया है। हालांकि इसके साथ ही उसने पोलैंड में घुसने की कोशिश कर रहे हजारों प्रवासियों को रोकने से भी इनकार कर दिया है। इसके बाद पोलैंड (Poland) ने हजारों प्रवासियों को अपने देश में घुसने से रोकने के लिए वहां पर बड़ी संख्या में सेना तैनात कर दी है। पोलैंड के इस एक्शन का यूरोपीय संघ ने भी समर्थन किया है। जिसके बाद बेलारूस (Belarus) ने भी अपने बॉर्डर के आसपास सैनिकों का जमावड़ा बढ़ा दिया है। इस माहौल में रूसी (Russia) सैनिकों के बेलारूस के समर्थन में उतर आने से यूरोप में युद्ध की आशंका तेज हो गई है।
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