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    Bhopal: कमला नेहरू अस्पताल अग्नि दुर्घटना में 4 बच्चों की ही हुई दुखद मृत्यु

  • November 11, 2021

    शिशु रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. श्रीवास्तव ने स्पष्ट की वस्तुस्थिति

    भोपाल। राजधानी भोपाल (capital Bhopal) के कमला नेहरू अस्पताल (Kamala Nehru Hospital) में आगजनी की घटना में हुई बच्चों की मौतों को लेकर मीडिया द्वारा भ्रामक खबरें प्रसारित-प्रकाशित की जा रही हैं। बताया जा रहा है कि इस हादसे में आठ बच्चों के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, जबकि प्रशासन ने चार बच्चों की मौत की पुष्टि की। इस मामलो को लेकर गांधी मेडिकल कॉलेज (Gandhi Medical College) की शिशु रोग विभाग की अध्यक्ष (Chairperson of the Department of Pediatrics) डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव (Dr. Jyotsna Srivastava) ने स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने बुधवार देर शाम कमला नेहरू अस्पताल में 8 नवम्बर की रात हुई अग्नि दुर्घटना में 4 शिशुओं के मृत होने की पुष्टि करते हुए अन्य शिशुओं की मृत्यु की वस्तुस्थिति भी बताई है।


    उन्होंने स्पष्ट किया है कि 8 नवम्बर को हुई 3 बच्चों की मृत्यु अग्नि दुर्घटना के काफी पूर्व अन्य कारणों से हुई है, न कि अग्नि दुर्घटना की वजह से। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि एसएनसीयू सिक न्यू बर्न केयर यूनिट में प्राय: ऐसे बच्चे दाखिल होते हैं, जो प्री-मैच्योर हों या जन्मजात कोई गंभीर बीमारी हों और चिकित्सालय इन बच्चों का पूरी गंभीरता से उपचार करता है। उन्होंने कहा कि 8 नवम्बर को हुई अग्नि दुर्घटना में 40 बच्चों को सुरक्षित बचाया गया था और इनमें से ही 4 बच्चों की दुर्भाग्यजनक रूप से मृत्यु हुई थी।

    शिशु रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव ने मृत्यु पंजी यानी डेथ रजिस्टर में की गई प्रविष्टियों के आधार पर बताया है कि अग्नि दुर्घटना के पूर्व बेबी आफ महक, आयु-2 दिन, मेल, पिता फुलदीप, जहाँगीराबाद, भोपाल, 06 नवंबर 2021 को शाम 6.20 पर भर्ती हुआ एवं 08 नवंबर 2021 को प्रात: 11.10 पर मृत्यु हुई। इसका अग्नि दुर्घटना से कोई संबंध नहीं है। बेबी आफ प्रबल, आयु-3 दिन, फीमेल, पिता अजब, ग्राम भूरिया विदिशा, 05 नवंबर 2021 को शाम 5.30 पर भर्ती हुआ एवं 08 नवंबर 2021को शाम 4 बजे मृत्यु हुई। बेबी 3 दिन भर्ती रहा और इसका भी अग्नि दुर्घटना से कोई संबंध नहीं है।

    बेबी ऑफ तरन्नुम, आयु-1 दिन, मेल, पिता आमिर, ललिता नगर, भोपाल, 05 नवंबर 2021 दोपहर 3.00 बजे भर्ती हुआ एवं 08 नवंबर 2021 शाम 7 बजे मृत्यु हुई। से स्पष्ट है कि इन तीनों शिशु मरीज की मृत्यु अग्नि दुर्घटना के पूर्व हो गई थी और इनकी मृत्यु का अग्नि दुर्घटना से कोई संबंध नहीं है।

    डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि जिन 4 बच्चों की मृत्यु हुई उन्हें भी अग्नि दुर्घटना से बचाया गया था किंतु दुर्भाग्यवश उनमें से बेबी ऑफ सोनाली, आयु-1 दिन, मेल, पुत्री अरुण, बाग सेवानिया, भोपाल, 08 नवंबर 2021 दोपहर 3 बजे पर भर्ती, बेबी ऑफ इरफान, आयु-3 दिन, पुत्र राशिद, काजी केम्प, भोपाल, 02 नवंबर 2021को सुबह 6 बजे पर भर्ती, बेबी ऑफ शाजिया, आयु-9 दिन, पुत्री रईस, शाहजानाबाद, भोपाल 30 अक्टूबर 2021 दोपहर 12 बजे पर भर्ती हुये एवं बेबी ऑफ रचना, आयु-1 दिन, पुत्री अंकुश, खोजीपुरा जैन मंदिर रोड, भोपाल 08 नवंबर 2021 को ही अस्पताल में भर्ती हुए और इन चारों को उपचार के बावजूद बचाया नहीं जा सका।

    उक्त के अलावा मृत्यु पंजी के अनुसार बेबी ऑफ निकिता, आयु-1 दिन, पुत्री कामता प्रसाद, 10 गांव तहसील बैरसिया, भोपाल 29 अक्टूबर 2021 को दोपहर 2 बजे भर्ती हुआ और 09 नवंबर 2021 सुबह 8.45 बजे मृत्यु हुई। इनकी और इनके बाद हुई बच्चों की मृत्यु अन्य कारणों से हुई है। अग्नि दुर्घटना से इन मृत्यु का कोई संबंध नहीं है। डॉ. श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया है कि अग्नि दुर्घटना में केवल 4 शिुशओं की ही दुखद मृत्यु हुई है।

    कलेक्टर ने शासन को भेजी प्रारंभिक रिपोर्ट
    कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अविनाश लवानिया ने कमला नेहरू अस्पताल में हुई अग्नि दुर्घटना के सम्बंध में एक प्रारंभिक रिपोर्ट बुधवार को राज्य शासन को भेजी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सम्बंधित विभागाध्यक्ष डॉ.ज्योत्सना श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि 08 नवंबर 2021 को रात्रि लगभग 08.30 बजे अस्पताल की तीसरी मंजिल पर स्थित नवजात शिशु किटिकल वार्ड ( SNCU ) के आऊटबॉर्न वार्ड में भर्ती एक बच्चे के वेंटीलेटर को वहां उपस्थित ड्यूटी डॉक्टर व उनके सहयोगी द्वारा चालू करने के लिये प्लग लगाया गया, जिसके थोड़ी देर पश्चात अचानक उसमें स्पार्क से आग लग गई जिसे वहीं उपस्थित डॉक्टर द्वारा फायर एक्स्टींगविशर की सहायता से तुरंत आग बुझाने का प्रयास किया गया। यद्यपि आग पर काबू पा लिया गया, किन्तु पूरे कमरे में धुंआ फैल गया तथा उसके पश्चात भी वेंटीलेटर के अन्दर से धुंआ निकलता रहा, जिससे कमरे में एवं आसपास काफी मात्रा में धुंआ फैल गया। घटना के समय उपस्थित मेडीकल स्टाफ एवं बच्चों के परिजनों ने आसपास की खिड़कियों के कांच तोड़ दिये जिससे धुएं का निकास आसानी से हो सके, साथ ही अस्पताल प्रबंधन द्वारा तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचित कर बुलाया गया।

    जिला प्रशासन, नगर निगम तथा पुलिस प्रशासन का दल भी सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंच गया एवं बचाव कार्य तेजी से किया गया। मेडीकल स्टाफ, प्रशासन व परिजनों द्वारा वॉर्ड में भर्ती सभी बच्चों को वार्ड से बाहर निकाला गया। किन्तु इस अवधि में उपरोक्त घटना के कारण चार नवजात शिशुओं की मृत्यु हो गई, जिनके नाम बेबी ऑफ सोनाली पुत्री अरुण, बेबी ऑफ शाजमा पुत्री रईस कुरैशी, बेबी ऑफ इरफान पुत्र राशिद और बेबी ऑफ रचना पुत्री अंकुर यादव की कुछ ही समय पश्चात् मृत्यु हो गई। विभागाध्यक्ष द्वारा बताया गया कि कुल 40 बच्चे वॉर्ड में भर्ती थे जिनमें से 36 बच्चों को सकुशल शिफ्ट किया गया एवं 04 बच्चों जिनकी दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी उनको मर्चुरी भेजा गया। स्थिति सामान्य होने पर सकुशल शिफ्ट किये गये नवजात शिशुओं को उनके परिजनों को दिखाया गया। सभी परिजनों द्वारा अपने-अपने बच्चों की पहचान कर ली गई तथा घटना में जिन 04 बच्चों की मृत्यु हो गई उसमें से तीन बच्चों को उनके परिजनों को पोस्टमार्टम उपरांत सौंपा गया एवं एक बच्चे के परिजनों द्वारा संशय व्यक्त किया गया इस कारण से उनकी सहमति से डीएनए सेम्पल लेकर लेब भेजा गया एवं पोस्टमार्टम किये जाने के बाद मर्म्युरी में सुरक्षित रखा गया है। (एजेंसी, हि.स.)

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