नई दिल्ली। कोरोना (Corona) के खिलाफ भारतीय हथियारों का लोहा धीरे-धीरे दुनिया के तमाम देश मामने लगे हैं। भारत में बनी कोवाक्सिन और कोविशील्ड(Made in India Covaxin and Covishield) को अब तक दुनिया के 96 देश मान्यता (96 countries have recognized) दे चुके हैं। इन दोनों टीकों को विश्व स्थास्थ्य संगठन (world health organization) ने आपातकालीन उपयोग सूची में शामिल किया है। इसके बाद भारतीय टीकों (Indian Vaccines) को मान्यता देने वाले देशों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब तक आठ कोविड-19 टीकों को मान्यता दी। यह गर्व की बात है कि इसमें दो टीके भारत के शामिल हैं। कोवाक्सिन को जहां भारत बायोटेक ने बताया है तो कोविशील्ड का उत्पदान सीरम इंस्टीट्यूट ने किया है।
केंद्रीय मंत्री मंडाविया ने कहा कि भारत सरकार दुनिया के बाकी देशों के साथ संपर्क साधे हुए है। ताकि शिक्षा, व्यवसाय, पर्यटन के लिए सभी नागरिक एक-दूसरे देश की यात्रा कर सकें। इसके लिए दुनिया के सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लाभार्थियों को स्वीकृति और मान्यता देने पर बात चल रही है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण प्रमाणपत्र की पारस्परिक मान्यता के लिए कई देश राजी हो गए हैं। जो लोग विदेश यात्रा करना चाहते हैं, वे को-विन पोर्टल से टीकाकरण प्रमाणपत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
इन देशों ने दी मान्यता
आयरलैंड, नीदरलैंड, स्पेन, बांग्लादेश, फिनलैंड, माली, घाना, सिएरा लियोन, नाइजीरिया, सर्बिया, पोलैंड, स्लोवाक रिपब्लिक, क्रोएशिया, बुल्गारिया, तुर्की, चेक गणराज्य, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, ऑस्ट्रिया, रूस, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, कतर आदि देशों ने टीकाकरण प्रमाणपत्रों की परस्पर मान्यता के लिए सहमति व्यक्त की है।
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