इंदौर। दिवाली (Diwali) की रात पीथमपुर (Pithampur) से भटककर महू थाना क्षेत्र (Mhow Police Station Area) में पहुंची बालिका ने जब यह बताया कि उसकी नानी उससे भीख मंगवाती थी तो प्रशासन ने बच्ची को रिश्तेदारों को सौंपने से मनाकर दिया।
दिवाली की रात दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में भटकते मिले बच्चों के परिवारों को कल सीडब्ल्यूसी (CWC) के समक्ष पेश होना था, जहां से दोनों बच्चों की सुपुर्दगी उन्हें दी जाती, लेकिन महू थाना क्षेत्र (Mhow Police Station Area) से मिली 8 वर्षीय बालिका ने शेल्टर होम (Shelter Home) में हुई काउंसलिंग (Counseling) में बताया कि उसकी नानी उससे भीख मंगवाती है। इसके बाद सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश हुई बालिका की नानी और मौसी को बालिका की सुपुर्दगी देने से मनाकर दिया गया। सीडब्ल्यूसी ने बालिका को फिलहाल शेल्टर होम (Shelter Home) में रखने के ही निर्देश दिए हैं। अब बालिका को उसके माता-पिता को ही सौंपा जाएगा। उसी रात मिले 12 वर्षीय बालक को उसके परिवार को सौंप दिया गया। चाइल्ड लाइन (Child Line) को-ऑर्डिनेटर ने बताया कि बालक का परिवार विदिशा से दो महीने पहले ही इंदौर के बाणगंगा क्षेत्र में शिफ्ट हुआ था, जिस कारण बालक उस रात घर से बाहर निकला और रास्ता भटक गया। बालक को सौंपने के पहले उसे अच्छी तरह भले-बुरे के बारे में समझाया गया और परिवार को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया।
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