मुरैना। अवैध हथियारों (illegal weapons) का निर्माण कर रही फैक्ट्री (factory) पर पुलिस ने छापामार कार्यवाही की है। इसमें पुलिस ने अवैध हथियारों (illegal weapons) के जखीरा सहित बनाने की मशीनें व उपकरण बरामद किया है। अवैध हथियारों का निर्माण कर रहे दो बदमाशों को पुलिस ने पकड़ लिया है। वहीं इन अवैध हथियारों को बेचने वाले गिरोह के दो और सदस्यों को पुलिस गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। विगत दिवस पुलिस अधिकारियों को मिली सूचना के आधार पर पोरसा थाना क्षेत्र के जोटई गांव के खेतों में बने एक ट्यूवेल व मकान पर पुलिस ने छापामार कार्यवाही की।
पुलिस ने इस स्थान को चारों तरफ से घेर लिया। मकान के दरवाजे खुलवाने के लिये पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मकान के अंदर दो युवक अवैध हथियार बनाते हुये पकड़ा। इस स्थान पर बीते 6 माह से लगातार अवैध हथियारों का निर्माण हो रहा था। पुलिस ने फैक्ट्री में घुसकर देखा तो सभी दंग रह गये। यह एक लघु उद्योग जैसी इकाई नजर आ रही थी। यहां मशीनों व उपकरणों के साथ पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल भी मौजूद था। इसमें तलाशी के दौरान बने हुये अवैध हथियार भी मिले। इनमें 315 बोर के 17 कट्टे, 12 बोर के 3 कट्टे, 32 बोर की दो पिस्टल, 12 बोर के 6 तथा 315 बोर के 2 जिंदा राउण्ड सहित राउण्ड के खाली खोखे शामिल है। इन हथियारों को निर्माण करने वाली मशीनें व अन्य उपकरण व सामग्री भी बरामद हुई है।
दोनों आरोपियों ने इन हथियारों को बेचने के लिये अपने दो सहयोगियों को भी शामिल बताया। यह चारों आदतन अपराधी है। इनमें से एक युवक पूर्व में भी अवैध हथियारों की फैक्ट्री चलाते हुये पकड़ा गया था। यह चारों मिलकर अपने-अपने हिस्से का काम को अंजाम दे रहे थे। दो लोग हथियार बनाने में प्रयोग होने वाली सामग्री को खरीदकर हथियार बनाने का काम तथा दो लोग बने हुये हथियारों को क्षेत्र भर में बचने का काम किया करते थे। पुलिस दो आरोपियों की तलाश करने में जुटी हुई है। मुरैना जिला में अभी तक इससे बड़ी फैक्ट्री अवैध हथियारों को नहीं पकड़ी गई है। पुलिस इस मामले की तह तक जाने का वास्तविक प्रयास करेगी तो कई सफेदपोश चेहरे उजागर हो जायेंगे। पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार ने बताया कि चारों आरोपियों के विरुद्ध अवैध हथियार निर्माण व विक्रय करने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस गिरफ्तार हुये दोनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है कि इन हथियारों के लिये कच्चा माल कहां से लाते हैं और बने हुये हथियार क्षेत्र में कहां-कहां बेचे गये हैं।