नई दिल्ली। डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम सोमवार (8 नवंबर) को अपना इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खोलेगी। इससे पहले पिछले सप्ताह पांच कंपनियां सफलतापूर्वक अपना आईपीओ लॉन्च कर चुकी हैं। पेटीएम का आईपीओ 10 नवंबर तक ओपन रहेगा। 18,300 करोड़ रुपये के बजट के मद्देनजर इसे देश का सबसे बड़ा आईपीओ कहा जा रहा है।
इस आईपीओ की कितनी होगी बोली?
जानकारी के मुताबिक, पेटीएम का आईपीओ सोमवार से सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन हो जाएगा। इसमें बिडिंग करने वालों को छह या उसके गुणक के आधार पर पैसा लगाना होगा। पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशन के इस आईपीओ का एक लॉट लेने के लिए कम से 12,480 रुपये का निवेश करना होगा।
दो हजार रुपये से ज्यादा होगी एक शेयर की कीमत
पेटीएम के आईपीओ का प्राइस बैंड 2080 रुपये से 2150 रुपये तक रहेगा। लॉट का अलॉटमेंट 15 नवंबर तक होगा और 18 नवंबर को शेयर बाजार में पेटीएम के शेयर लिस्टेड हो जाएंगे।
कितना है इश्यू का साइज?
आईपीओ में 8,300 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू से जुटाने की कोशिश है, जबकि 10 हजार करोड़ का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) मौजूदा शेयरधारकों के लिए रहेगा। माना जा रहा है कि यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इससे पहले 2015 में कोल इंडिया का आईपीओ आया था, जिससे 15,200 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। पे थ्रू मोबाइल के संक्षिप्त नाम पेटीएम से जानी जाने वाली इस कंपनी ने कुछ ही दिन पहले एंकर निवेशकों से 8,235 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी ने ब्लैकरॉक, सिंगापुर की सीपीपीआईबी और अबू धाबी के सॉवरेन वेल्थ फंड्स को एंकर इनवेस्टर्स के रूप में जोड़ा है।
पेटीएम में कौन बेच रहा अपने शेयर?
जानकारी के मुताबिक, कंपनी सोमवार से सब्सक्रिप्शन शुरू कर रही है और पेटीएम के दिग्गज निवेशक एएनटी फाइनेंशियल करीब 27.9 फीसदी यानी 643 मिलियन डॉलर की हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहा है। इसके अलावा पेटीएम के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विजय शेखर शर्मा करीब 402 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे।
करीब 10 साल पहले शुरू हुई थी पेटीएम
गौरतलब है कि पेटीएम की शुरुआत करीब 10 साल पहले हुई थी। उस वक्त कंपनी मोबाइल रिचार्ज प्लेटफॉर्म के रूप में जानी जाती थी। हालांकि, 2016 के दौरान देश में नोटबंदी के बाद पेटीएम कंपनी तेजी से बढए़ी। इसके बाद कंपनी ने बीमा व सोने की बिक्री, फिल्मों व फ्लाइट्स के टिकट और बैंक लेन-देन आदि क्षेत्रों में भी कदम रख दिया। पेटीएम पर 22 मिलियन व्यापारी सालाना लगभग 80 बिलियन डॉलर का लेन-देन करते हैं। इस प्लेटफार्म पर 337 मिलियन रजिस्टर्ड उपभोक्ता हैं।
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