भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि बुधनी के खिलौना उत्पादों को बुधनी के नाम से विश्वविख्यात बनाने के लिए जीआई टैग दिलाए जाने के प्रयास होंगे। विश्व बाजार से प्रतिस्पर्धा के लिए क्लस्टर बनाकर लकड़ी के अलावा अन्य खिलौने भी बनाये जाएंगे। मुख्यमंत्री खिलौनाकारी बुधनी खिलौना महोत्सव (Budhni Toy Festival) को सम्बोधित कर रहे थे। यह महोत्सव 14 नवम्बर तक चलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी जानकारी में है कि अनेक व्यवसायी ऑनलाइन मार्केटिंग (Online Marketing) कर अधिक कीमत कमाते हैं। कुछ ऑनलाइन कम्पनी तो 5 गुना तक ज्यादा कीमत में बुधनी के खिलौने बेचती है। सरकार का प्रयास है कि यह काम स्थानीय कारीगर ही करें।
‘शिकायत मिली तो तुम नहीं रहोगे’
शिवराज ने कहा- मेरे ही क्षेत्र में सब जगह पानी नहीं जा रहा है। एक-एक आवेदन मैं कहां तक देखूंगा? यह मेरा काम है क्या? एक साथ आवेदन दे रहा हूं और 15 दिन बाद मैं पूछूंगा। यदि एक जगह से भी शिकायत आ गई तो तुम नहीं रहोगे।
15 दिन बाद कमिश्नर और कलेक्टर चेक करेंगे
शिवराज ने कहा है कि टंकी बनानी होगी तो टाइम लगेगा। नर्मदा का पानी लाने में इतना पैसा सरकार ने इन्वेस्ट किया है। आधे गांव में पानी, आधे में पानी नहीं। फिर इसका क्या मतलब है। 15 दिन बाद कमिश्नर और कलेक्टर खुद चेक करेंगे। जहां गड़बड़ मिली, वहां मैं एक तरफ से ठीक कर दूंगा। अब शिकायत आई तो फिर खैर नहीं।
मुख्यमंत्री के गांव में जल संकट, अफसरों को 15 दिन का अल्टीमेटम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह गांव जैत में पेयजल संकट गहराया हुआ है। जल संकट का समाधान करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘क्या अब मुख्यमंत्री हम्माली करेगा? नलों की एक-एक टोटी चेक करेगा? पानी आ रहा है कि नहीं? तुम करते क्या हो? 15 दिन का समय दे रहा हूं। पूरा चेक करो और ठीक करो। मुझे रिपोर्ट करो। इसके बाद कहीं से शिकायत आई तो फिर खैर नहीं। एक-एक को सही कर दूंगा।Ó दरअसल, भाई-दूज पर मुख्यमंत्री अपने जैत गांव गए थे। इस दौरान उनके गांव और आस-पास के गांव के लोगों ने पानी नहीं आने को लेकर ढेर सारे आवेदन थमा दिए। यह देखकर वे नाराज हो गए। उन्होंने 15 दिन का समय देकर सब कुछ सही करने की चेतावनी दी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved