नई दिल्ली। मशहूर फैशन एवं आभूषण डिजाइनर(Famous Fashion & Jewelery Designers) सब्यसाची मुखर्जी(Sabyasachi Mukherjee) के मंगलसूत्र के विज्ञापन(Advertisement for Mangalsutra) की देशभर में कड़ी आलोचना के बीच रविवार को मंगलसूत्र का विज्ञापन वापस(Advertisement amid strong criticism Back) ले लिया। उन्होंने कहा कि विज्ञापन से समाज के एक वर्ग को पहुंची पीड़ा पर वे बेहद दुखी हैं।
लोकप्रिय डिजाइनर ब्रांड के विरोध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ-साथ सत्तारूढ़ भाजपा के राजनेताओं (BJP Leaders) के एक वर्ग से उस विज्ञापन को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें उसने एक महिला को कम गर्दन वाली पोशाक पहने और एक पुरुष के साथ अकेले और अंतरंग स्थिति में चित्रित किया था। इस विज्ञापन के विरोध में सोशल मीडिया मंचों पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कुछ नेताओं ने भी खुलकर इसकी आलोचना की थी।
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा(Madhya Pradesh Home Minister Narottam Mishra) ने मुखर्जी के मंगलसूत्र वाले विज्ञापन पर आपत्ति (objection to advertisement) जताई थी। उन्होंने कहा है कि यह आपत्तिजनक है। इस विज्ञापन को देखकर मेरा मन बहुत आहत है। मैं व्यक्तिगत रूप से सब्यसाजी को 24 घंटे का अल्टीमेटम देता हूं। अगर वह मंगलसूत्र का विज्ञापन नहीं हटाते हैं, तो उनके खिलाफ केस दर्ज होगा। उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी। साथ ही अलग से पुलिस भी भेजी जाएगी। अगर उनमें हिम्मत तो दूसरे धर्म के खिलाफ करें।
विज्ञापन के विरोध में ट्विटर पर हुए हैशटैग ट्रेंड
विज्ञापन की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए जाने के बाद, सोशल मीडिया यूजर्स के एक वर्ग ने उन्हें हिंदू संस्कृति को अश्लील करार देने के साथ एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। ट्विटर पर #Sabyasachi_Insults_HinduCulture और #BoycottSabyasachi जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे थे।
पिछले हफ्ते एफएमसीजी प्रमुख और वेलनेस फर्म डाबर इंडिया ने करवा चौथ के त्योहार पर अपना विज्ञापन वापस ले लिया था, जिसमें एक समलैंगिक जोड़े को अपने फेम क्रीम ब्लीच के विज्ञापन अभियान में जश्न मनाते हुए दिखाया गया था और बिना शर्त माफी जारी की थी।
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